मुंबई के आजाद मैदान में कुछ प्रदर्शनकारियों ने मीडिया और पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई और कई जख्मी हो गए. प्रदर्शनकारी असम में हुई हिंसा का विरोध कर रहे थे.
ताजा जानकारी के मुताबिक, हिंसक झड़प में 41 पुलिसकर्मियों समेत 52 लोग जख्मी हो गए. केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने पूरे घटनाक्रम की जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने शांति बनाए रखने व अफवाह न फैलाने की अपील की है.
दरअसल, मुंबई के आजाद मैदान में शनिवार दोपहर कुछ प्रदर्शनकारी असम हिंसा का विरोध कर रहे थे और जल्द से जल्द शांति बहाली की मांग कर रहे थे. इसी बीच कुछ उत्तेजक बयान दिए जाने के बाद प्रदर्शनकारी गुस्से में आ गए और मीडिया व पुलिस पर हमला कर दिया.
हमले में कई मीडियाकर्मी और पुलिसकर्मी घायल हो गए. बाद में 2 लोगों की मौत हो गई. तीन न्यूज चैनलों की ओबी वैन में आग लगा दी गई.
हालात को काबू में करने के लिए मुंबई के पुलिस कमिश्नर को भी घटनास्थल पर आना पड़ा. दमकल की गाडि़यां भी मौके पर पहुंच चुकी हैं. पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रही है.
महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर. आर. पाटिल ने लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखने में सहयोग करें. उन्होंने कहा कि हालात पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है.
आजाद मैदान में काफी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. मुंबई पुलिस के प्रवक्ता के मुताबिक, हालात पर काबू पाया जा चुका है. मैदान के अंदर फंसे कुछ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है.
मुंबई में अचानक भड़की हिंसा पर केंद्र सरकार ने रिपोर्ट मांगी है. जांच के बाद महाराष्ट्र पुलिस गृह मंत्रालय को रिपोर्ट देगी.