वर्ष 2008 के गुजरात विस्फोट के संदिग्ध अफजल उस्मानी के भाई फैयाज उस्मानी की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गयी. बुधवार को हुए सिलसिलेवार विस्फोटों के सिलसिले में पुलिस ने उसे पूछताछ के लिये हिरासत में लिया था. उसके परिजनों का आरोप है कि हिरासत में उस पर अत्याचार किया गया था.
चिकित्सकों ने कहा कि उस्मानी की मौत रात डेढ़ बजे तब हुई जब लोकमान्य तिलक अस्पताल में उसका हेमेपेरेसिस और अत्याधिक तनाव का इलाज चल रहा था.
गोवन्डी के रहने वाले उस्मानी को कल पूछताछ के लिये हिरासत में लिया गया था और शाम पांच बजकर 50 मिनट पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
अस्पताल के चिकित्सक डॉ. रयान कुमार ने कहा, ‘ब्रैन हैमरेज के कारण उसकी मौत हुई. यह स्थिति सामान्य तौर पर तब आती है जब किसी व्यक्ति को आघात पहुंचता है.’ फैयाज के बेटे अजीम उस्मानी ने आरोप लगाया, ‘मेरे पिता को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया गया और पूछताछ के दौरान उन पर दबाव बनाया गया. उनकी मौत के लिये वही लोग जिम्मेदार हैं.’ बहरहाल मुंबई पुलिस ने आरोपों से इंकार किया है.
मुंबई पुलिस के प्रवक्ता निसार तम्बोली ने कहा, ‘चेम्बूर इकाई पूछताछ के लिये उसे लायी. वह उच्च तनाव से ग्रस्त था और पिछले तीन..चार दिनों से दवा नहीं ले रहा था. शनिवार शाम उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया और पुलिस अत्याचार के आरोप बिल्कुल असत्य हैं.’
फैज का पड़ोसी होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि उसे पूछताछ के लिये हिरासत में लिया गया और अत्याचार के कारण उसकी मौत हो गयी. ताम्बोली ने कहा कि पोस्टमार्टम से मौत के कारणों का पता चल सकेगा.
अस्पताल का दौरा करने वाले सपा नेता अबु आजमी ने कहा, ‘मैं कल गृह मंत्री और मुख्यमंत्री से मुलाकात करूंगा. जांच होनी चाहिए. हम सभी चाहते हैं कि आरोपी गिरफ्तार हों और फांसी पर लटका दिये जाएं लेकिन पुलिस किसी आम आदमी को इतना उत्पीड़ित नहीं कर सकती है कि तनाव के कारण उसका दिमाग ही फट जाए.’