भारत विरोधी रुख लिए पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशों पर भारत के प्रति पक्षपातपूर्ण होने का आरोप लगाया. उन्होंने उन आरोपों को दोहराया कि भारत पाकिस्तान में विद्रोहियों का समर्थन करता है.
ओसामा बिन लादेन के देश में होने में पाकिस्तान का किसी तरह का हाथ होने पर असहज मुशर्रफ ने पलटवार किया कि भारत पाकिस्तान में बलूच विद्रोहियों को सहायता पहुंचा रहा है. बीबीसी को दिए साक्षात्कार में मुशर्रफ को कड़े सवालों का सामना करना पड़ा जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान परमाणु हथियारों और भारत को लेकर संवेदनशील है.
उन्होंने बलूचिस्तान का नाम लिए बिना कहा, ‘क्या आपको मालूम है कि हमने हाल ही में हथियारों से लदे पांच ट्रक जब्त किए. केवल दो महीने पहले.’ उन्होंने कहा, ‘उन पांच ट्रकों को किसने खरीदा? किसने उन्हें बेचा? अमेरिका या अफगान सरकार? नहीं जनाब.’
मुशर्रफ ने कहा, ‘भारत ने उन्हें दिया. हम यह जानते हैं.’ उन्होंने स्वीकार किया कि पश्चिम में इस बात की आशंका है कि लादेन का पाकिस्तान में समर्थन तंत्र था लेकिन दावा किया, ‘मैं अपने भयावह सपने में भी यह यकीन नहीं कर सकता कि खुफिया एजेंसी बिना मुझे कुछ बताए कर रही थी. इसलिए सामरिक स्तर पर कोई सहपराध नहीं था.’
मुशर्रफ ने जोर देकर कहा कि जब वह सत्ता में थे तो उन्हें ओसामा के ऐबटाबाद में होने की जानकारी नहीं थी. उन्होंने कहा, ‘गैर संलिप्त साबित करना कठिन है, हम इसे लापरवाही कर सकते हैं, हम इसे अक्षमता कह सकते हैं, यह नाकामी थी.’
प्रस्तोता ने उन्हें इस ओर ध्यान दिलाया कि पश्चिमी देश पाकिस्तान को ढेर सारा धन आतंक के खिलाफ युद्ध के लिए देते हैं, मुशर्रफ ने कहा, ‘पश्चिमी देशों को हमारी संवेदनाओं का ख्याल रखना चाहिए. हमारी नाभकीय क्षमता, हमारी संवेदनशीलता भारत है.’
उन्होंने कहा, ‘अगर भारत के पक्ष में और पाकिस्तान के खिलाफ नजरिया है तो यह पाकिस्तान के लोगों और सरकार के लिए भी यह रुख सही नहीं जाता.’ उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान में अमेरिका को लेकर गुस्सा है क्योंकि उसने कथित तौर पर भारत के पक्ष में एकतरफा रुख लिया. पूर्व राष्ट्रपति ने अपने दावे को दोहराया कि भारत देश में विद्रोहियों को हथियार की आपूर्ति कर रहा है. पत्रकार ने कहा, ‘भारत के साथ समस्या आपकी समस्या है. यह हमारी समस्या नहीं है.’