पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि वह वर्ष 2013 में आम चुनावों में हिस्सा लेने के लिए अगले साल 23 मार्च से पहले अपने राष्ट्र लौट जाएंगे. हालांकि इस बात की पूरी आशंका है कि स्वदेश लौटते ही उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है, उन्होंने दुबई में संवाददाताओं को बताया, ‘मैं 23 मार्च 2012 को लाहौर पहुंच जाऊंगा. हालांकि इससे पहले भी जा सकता हूं लेकिन इस तिथि से देर नहीं होगी.’
वर्ष 2008 में राष्ट्रपति पद से हटने के बाद मुशर्रफ दुबई और लंदन में स्वनिर्वासित जीवन जी रहे हैं. वह पाकिस्तान में वर्ष 2013 में होने वाले संसदीय चुनाव में भाग लेने के बारे में विचार कर रहे हैं.
पिछले साल अक्टूबर में लंदन में ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के गठन की घोषणा करने वाले पूर्व राष्ट्रपति ने गिरफ्तारी और हत्या की आशंकाओं को दरकिनार करते हुए कहा, ‘मैं हमेशा खतरे उठाता रहा हूं.’
समझा जाता है स्वदेश वापसी के बाद मुशर्रफ का पहला सामना पाकिस्तानी अभियोजकों से होगा जो दिसंबर 2007 में पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या की साजिश के मामले में उनसे पूछताछ कर सकते हैं.
सुरक्षित स्वदेश वापसी के लिए पाकिस्तानी सरकार या किसी भी राजनीतिक पार्टी के साथ किसी भी तरह का समझौता होने की बात को मुशर्रफ ने खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि वह जल्द ही अपनी पार्टी एपीएमएल के पदक्रम की घोषणा कर देंगे.
वर्ष 1999 में सत्ता पर काबिज होने वाले सेवानिवृत्त जनरल ने कहा कि उन्होंने स्वदेश वापसी के लिए 23 मार्च का दिन इसलिए चुना है क्योंकि यह पाकिस्तान का राष्ट्रीय दिवस है. इस दिन वर्ष 1940 में ब्रिटिश शासित भारत से वृहत मुस्लिम राष्ट्र निर्मित करने के संबंध में पाकिस्तान संकल्प पर हस्ताक्षर किए गए थे.
मुशर्रफ ने कहा कि ओसामा बिन लादेन के ठौर-ठिकाने के बारे में आईएसआई के सदस्यों को कोई जानकारी नहीं थी. अमेरिका की नौसेना सील ने ऐबटाबाद शहर में दो मई को अल-कायदा प्रमुख को मार दिया था. यह शहर इस्लामाबाद से दो घंटे लंबी सड़क यात्रा की दूरी पर स्थित है जहां पर ओबामा दस लाख अमेरिकी डॉलर कीमत वाले भवन में रह रहा था.