भारत ने परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम अग्नि-2 बैलिस्टिक मिसाइल के आधुनिकतम संस्करण का ओड़िशा के चांदीपुर तट से प्रायोगिक परीक्षण किया. यह जानकारी रक्षा सूत्रों ने दी.
तकरीबन तीन हजार किलोमीटर तक मार करने में सक्षम और परमाणु क्षमता से युक्त अग्नि-2 प्राइम बैलिस्टिक मिसाइल दो हजार किलोमीटर की मारक क्षमता वाले पहले के अग्नि-2 मिसाइल का ही उन्नत रूप है. गौरतलब है कि तकनीकी कारणों से पिछले साल दिसंबर महीने में इस मिसाइल का परीक्षण सफल नहीं रहा था.
इस मिसाइल में पहले के अग्नि-2 मिसाइल की तरह ही समान आकार वाले बूस्टर लगे होंगे लेकिन इसकी मारक क्षमता एक हजार किलोमीटर ज्यादा होगी.
ठोस ईंधन से चालित होने वाले इस मिसाइल में बढ़िया संचालन व्यवस्था है और पहले के अग्नि-2 मिसाइल के मुकाबले इसकी मारक क्षमता भी ज्यादा अचूक है. इसके अलावा इसे हल्का बनाने के लिए इसमें नई तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है.
गौरतलब है कि इंटिगेट्रेड मिसाइल डवलपमेंट प्रोग्राम (आईएमडीपी) के तहत भारत ने अग्नि मिसाइलों के विभिन्न रूपों का विकास किया है और ये सभी मारक क्षमता के आधार पर एक-दूसरे से अलग हैं.
सूत्रों ने बताया कि इस साल के अंत तक अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण करने की भी योजना है. अग्नि-5 की मारक क्षमता पांच हजार किलोमीटर की होगी.