प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि जापान के फुकुशिमा परमाणु संकट के मद्देनजर परमाणु संयंत्रों की सुरक्षा ‘बेहद महत्वपूर्ण’ है. उन्होंने साथ ही जोर देकर कहा कि भारत में भविष्य के रिएक्टरों को भारतीय नियामक प्राधिकरण से प्रमाण हासिल करना होगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जापान में फुकुशिमा दाइची परमाणु उर्जा संयंत्र में हुए हादसे ने दुनियाभर में उर्जा के स्रोत के रूप में परमाणु उर्जा की सुरक्षा को लेकर चिंताएं पैदा कर दी हैं. इन चिंताओं का समाधान बेहद महत्वपूर्ण है.
वर्ष 2009 के लिए परमाणु ऊर्जा विभाग के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रदान करने के बाद एक समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों को भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा और संरक्षा को लेकर निश्चित करना होगा.
उन्होंने कहा कि हमारे परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के संबंध में हमें फैसले लेने की प्रक्रिया को अधिक खुला और पारदर्शी बनाना चाहिए और साथ ही जिन मुद्दों तथा फैसलों को लेकर लोगों को चिंताएं हो रही हैं उनके बारे में जनता को सूचित करने की क्षमता में भी सुधार करना होगा.
सिंह ने कहा कि वह देश के परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की कार्य प्रणाली में जवाबदेही तथा पारदर्शिता देखना चाहेंगे.