प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को निर्देश दिया है कि वह साइबर आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए एक व्यावहारिक नीति तैयार करें.
सिंह ने कहा, ‘मैंने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से कहा है कि वह साइबर आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए व्यवहारिक नीति तैयार करें.’ प्रधानमंत्री ने असम हिंसा के बाद साइबर स्पेस का इस्तेमाल करके भड़काऊ वीडियो और तस्वीरों के जरिए अफवाहें फैलाए जाने की पृष्ठभूमि में यह टिप्पणी की. इन गतिविधियों के कारण देश के कई भागों में रहने वाले पूर्वोत्तर क्षेत्र के लोगों को पलायन करना पड़ा.
तेहरान से वापसी के दौरान प्रधानमंत्री ने संवाददाताओं के साथ लोकपाल बिल, असम हिंसा, नक्सलवाद और देश में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव पर भी बात की.
लोकपाल बिल पर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं हमेशा से प्रधानमंत्री को लोकपाल बिल के दायरे में लाने के हक में रहा हूं. मैंने कई बार कहा है और फिर दोहराता हूं कि मुझे अपने लिए कोई डर नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘यह मामला लोकसभा की प्रवर समिति के सामने है. बिल संसद की अदालत में है. जो भी नतीजा होगा, हम उसका आदर करेंगे.’