बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि प्रस्तावित नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के लिए जिस प्रकार काम देखने के लिए एक निगरानी समिति का गठन किया गया है, उससे ऐसा लगता है कि अब इस विश्वविद्यालय का काम नहीं रुकेगा.
भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) की पटना में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि अब नालंदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति के रूप में अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन को नियुक्त कर दिया गया है तथा काम की देखरेख के लिए निगरानी समिति का गठन कर दिया गया है. ऐसे में लगता है अब विश्वविद्यालय का काम नहीं रुकेगा. उन्होंने कहा कि यह सकरात्मक संकेत है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय के गवर्निंग बोर्ड के लोगों से मुलाकात हुई थी और इस मामले में विस्तृत चर्चा भी हुई थी. उन्होंने इस विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड मैनेजमेंट की स्थापना की भी मांग दोहराते हुए कहा कि अगर इसके लिए और जमीन की आवश्यकता होगी तो भी राज्य सरकार मदद करेगी.
नीतीश ने आईसीसीआर का 19वां केन्द्र पटना में खोले जाने पर भी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए केन्द्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार जल्द जमीन उपलब्ध कराएगी. उन्होंने कहा कि आईसीसीआर का केन्द्र बिहार में पहले ही खुल जाना चाहिए था.