जुलाई 2000 में बीरभूम जिले के सचपुर गांव में हुई तृणमूल कांग्रेस के 11 भूमिहीन समर्थकों की हत्या के मामले में 42 लोगों को आज दोषी ठहराया गया.
अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश विश्वनाथ कोनार ने 42 आरोपियों को दोषी ठहराया जबकि 23 अन्य को रिहा करने का आदेश दिया. दोषियों को कल सजा सुनाई जाएगी.
अभियोजन पक्ष के अनुसार, 27 जुलाई 2000 को नानूर पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले सचपुर गांव में पीड़ितों को पीट-पीटकर मार डाला गया.
नानूर पुलिस थाने में 82 माकपा कार्यकताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी जिसमें पार्टी की क्षेत्रीय कमेटी के सदस्य नित्य नारायण चटर्जी भी शामिल थे. नानूर पुलिस द्वारा अगस्त 2001 में आरोपपत्र दाखिल किया गया और मामले की सुनवाई 2002 में शुरू हुई.