विवेकानंद युवा विकास यात्रा के जरिए नरेंद्र मोदी एक बार फिर गुजरात में सत्ता के सबसे बड़े दावेदार बनकर उभरते नजर आ रहे हैं. निश्चित रूप से मोदी अपने धुर विरोधियों, गुजरात कांग्रेस और केशुभाई पटेल की पार्टी जीपीपी पर भारी पड़ने जा रहे हैं.
प्रदेश में मोदी की लहर
नरेंद्र मोदी की करीब एक माह तक चली विवेकानंद युवा विकास यात्रा का समापन मोदी के लिए बेहद उत्साहजनक माना जा सकता है. गुजरात के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल पावागढ़ में यात्रा के समापन के दौरान पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी के अलावा रमन सिंह और मनोहर पारीकर भी मौजूद थे. अब मोदी के पास यह यकीन करने के लिए पर्याप्त कारण मौजूद हैं कि पूरे गुजरात में उनके ही पक्ष में लहर चल रही है.
सकारात्मक बातें, सकारात्मक असर
यात्रा के दौरान नरेंद्र मोदी आम लोगों तक सरकार के विकास कार्यों का लेखा-जोखा पहुंचाने में कामयाब रहे. एक मंजे हुए राजनेता और वक्ता मोदी को यह बात भली-भांति मालूम है कि जनता के बीच जाकर किस तरह नकारात्मक बातों को धो-मिटाकर सकारात्मक पक्ष की कलई चढ़ाई जाती है. यही वह खास बात है, जो उनके प्रतिपक्षी कांग्रेस के पास नहीं है.
पिछड़ते दिख रहे हैं विरोधी
इस यात्रा के पहले तक कांग्रेस मोदी को कड़ी टक्कर देने के मूड में नजर आ रही थी. परंतु इस सफल यात्रा के बाद मोदी एक बार फिर से जनता के दिलोदिमाग पर छाते जा रहे हैं और कांग्रेस पस्त दिख रही है.
भ्रष्टाचार पर कसी नकेल
सच पूछा जाए तो नरेंद्र मोदी की यह यात्रा इस बात को जगजाहिर करने को लेकर ही था कि किस तरह उनकी सरकार ने ग्रामीण और शहरी गरीबों के हित में काम किए, चाहे बात शिक्षा की हो, स्वास्थ्य की हो या कृषि की. नरेंद्र मोदी ने अपनी सभाओं में यह बात कही कि गुजरात में विकास के जो काम नजर आ रहे हैं, वह प्रदेश सरकार द्वारा उनपर खर्च किए गए पैसों की वजह से ही तो है. उन्होंने जनता को यह बात समझाई कि कांग्रेस के राज में कमीशन एजेंट और नेता, दोनों ही बीच में 'पैसा गोल' करने की आदी हो चुके थे, जिसपर उन्होंने पूरी तरह से लगाम कस दी है.
'बेदाग हैं मेरे कुर्ते'
कल्लोल और मनसा में नरेंद्र मोदी ने अपनी सभाओं में कहा, 'कांग्रेस कहती है कि मैं बहुत भ्रष्ट हूं. वह यह आरोप लगाती है कि मेरे पास 250 जोड़े कुर्ते हैं. ऐसे समय में, जब मुख्यमंत्रियों और उनके रिश्तेदारों पर सैंकड़ों करोड़ रुपयों के गबन के आरोप हों, वे मुझपर इतने कुर्ते रखने का आरोप बड़े शौक से लगा सकते हैं. दोस्तों, मुझसे भले ही कुछ गलतियां हो गई होंगी, पर मैंने 6 करोड़ गुजरातवासियों से कभी धोखा नहीं किया है.'
उज्ज्वल भविष्य का सपना
गुजरात के प्रगतिशील और उज्ज्वल भविष्य की आशाओं को संवारते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा, 'पिछले दशक में मैंने अपनी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कुशासन की भरपाई करने में काफी जद्दोजहद की. अब 1 जनवरी, 2013 से शानदार व चमत्कारी गुजरात के निर्माण का काम शुरू किए जाएगा, जो मेरा सपना है.'
आखिर पीएम जो बनना है...
मजेदार बात तो यह है कि अपनी यात्रा के दौरान मोदी ने भ्रष्टाचार और महंगाई के मुद्दे पर मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी की खूब खिंचाई की. अपनी इस यात्रा का इस्तेमाल उन्होंने एक राष्ट्रीय स्तर के नेता के तौर पर उभरने में भी की. आखिर उनका लक्ष्य भी तो है प्रधानमंत्री का पद पाना.
सही हाथ में थमाएंगे टिकट
लंदन स्कूल और इकोनॉमिक्स के एक विशेषज्ञ ने चुनाव पूर्व सर्वेक्षण के दौरान कहा, 'नरेंद्र मोदी के सितारे बुलंद हैं, क्योंकि उन्होंने गुजरात में विकास के काम किए हैं और इस बात को जनता तक सही तरीके से पहुंचाया है.' अब नरेंद्र मोदी का अगला लक्ष्य है सही उम्मीदवारों को पार्टी का टिकट देना, जिससे चुनाव में सत्ता विरोधी हवा के 'हल्के झोंकों' से भी निजात पाई जा सके.