भारत ने शनिवार को 1962 के भारत-चीन युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को याद किया. भारतीय रक्षा मंत्री ए.के एंटनी ने इस अवसर 'अमर जवान ज्योति' पर श्रद्धांजली अर्पित की.
इस दौरान उनके साथ तीनों सेनाओं के प्रमुख और 1962 की जंग में हिस्सा लेने वाले एकमात्र जीवित बचे भारतीय वायुसेना के अधिकारी फील्ड मार्शल अर्जन सिंह उपस्थित थे. 20 अक्टूबर 1962 को शुरू हुआ भारत-चीन युद्ध लगभग एक महीने तक चला था, जिसमें लगभग 4,000 जवान शहीद हुए थे. इस युद्ध में भारत को हार का सामना करना पड़ा था.
भारतीय नौसेना के पूर्व प्रमुख एडमिरल अरुण प्रकाश इस घटना को 'वीर गाथा' के रूप में याद करते हैं, जिस दौरान न सिर्फ 15 लाख भारतीय महिलाओं एवं पुरुषों ने देश के लिए हथियार उठाए थे बल्कि 20 से 30 लाख सेवानिवृत सैनिकों ने भी इसमें हिस्सा लिया था.