अन्ना हजारे ने कहा है कि राजनेताओं से देशवासियों का मोहभंग हो चुका है. उन्होंने कहा है कि सांसदों के खिलाफ आंदोलन जरूरी है.
अन्ना हजारे ने ब्लॉग पर एक बार फिर इस बात को दुहराया है कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि वे जनता को कोई कारगर विकल्प देने का प्रयास करेंगे. लोकपाल की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव में लोकपाल के विरोधियों को हराना है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन के बारे में अन्ना हजारे ने लिखा है कि इसकी दिशा बदलनी होगी. बहरहाल, भ्रष्टाचार और कमरतोड़ महंगाई से त्रस्त आम जनता की उम्मीदें आंदोलन पर टिकी हुई हैं.