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तेलंगाना मुद्दे पर समय की जरूरत: प्रणब मुखर्जी

अलग तेलंगाना राज्य की मांग को लेकर आंध्र प्रदेश में जारी हड़ताल शनिवार को 19वें दिन में पहुंच गई. इस बीच वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा कि तेलंगाना मुद्दे के हल के लिए और विचार-विमर्श एवं समय की जरूरत है.

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तेलंगाना के मुद्दे पर जल्द निर्णय के लिए विभिन्न हलकों से पड़ रहे दबाव के बीच प्रणब मुखर्जी ने कहा कि पृथक राज्य की मांग के जटिल मुद्दे पर विभिन्न पक्षों के साथ और विचार-विमर्श करने की जरूरत है और इस प्रक्रिया के समाप्त होने में कुछ और समय लगेगा.
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वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी, स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद और कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने नार्थ ब्लाक में आंध्र प्रदेश के तेलंगाना क्षेत्र की स्थिति पर विचार-विमर्श किया. पृथक तेलंगाना राज्य की मांग के मुद्दे पर आंध्र प्रदेश में वस्तुत: कांग्रेस पार्टी क्षेत्रीय आधार पर बंटी हुई है. इस मुद्दे पर कल रात कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक में भी विस्तार से विचार-विमर्श किया गया था. बैठक में इस मुद्दे पर आजाद द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपी गई रिपोर्ट पर भी चर्चा की गई.
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आंध्र प्रदेश मामलों के प्रभारी आजाद ने यह रिपोर्ट आंध्र प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के पार्टी सांसदों एवं विधायकों से व्यापक चर्चा के बाद तैयार की है. आज बैठक के बाद प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘हम विचार-विमर्श की प्रक्रिया में हैं. हमने कल कोर ग्रुप की बैठक में भी इस पर चर्चा की थी. आज भी हमारे कुछ सहयोगियों ने मेरे साथ चर्चा की और विचार-विमर्श की जरूरत है. हम इसकी प्रक्रिया में हैं.’
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मुखर्जी ने कहा, ‘इसलिए हमें और विचार-विमर्श करना होगा और इसमें कुछ और समय लगेगा. उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति और आंदोलन की गंभीरता से अवगत है. आंदोलन के कारण राज्य के तेलंगाना क्षेत्र के दस जिलों में जनजीवन ठप है. केन्द्रीय मंत्रियों की यह बैठक उस वक्त हुई है जब टीआरएस प्रमुख के चन्द्रशेखर राव तेलंगाना के मुद्दे पर जल्द फैसले की मांग को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से तथा अन्य नेताओं से मिलने दिल्ली पहुंचे हैं.

आजाद ने अलग राज्य के विवादास्पद मुद्दे पर प्रदेश के सभी तीन हिस्सों के पार्टी के मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और विधान परिषद सदस्यों से बातचीत की थी. कांग्रेस आलाकमान ने जुलाई में आजाद से तेलंगाना, रायलसीमा और तटीय आंध्र क्षेत्र के नेताओं से इस मुद्दे पर विचार विमर्श करने का काम सौंपा था. उन्होंने कहा कि इस मामले में राष्ट्रीय स्तर पर और साथ ही राज्य स्तर पर कुछ दलों के वरिष्ठ नेताओं के साथ और विचार विमर्श की जरूरत है. फिलहाल यही प्रगति है.

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तेलंगाना क्षेत्र के पार्टी नेता पृथक राज्य की मांग पर जोर देने के लिए पिछले कुछ दिनों से राजधानी में डेरा डाले हुए हैं.

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