नीरा राडिया के मामले में कुछ चौकाने वाले खुलासे हुए हैं. सरकार ने अदालत में जो हलफनामा दायर किया है. उसके मुताबिक वित्त मंत्रालय को 16 नवंबर 2007 को राडिया के खिलाफ शिकायत मिली थी.
शिकायत ये थी की नीरा राडिया ने महज नौ सालों में 300 करोड़ का कारोबार खड़ा कर लिया है. इसके अलावा नीरा के विदेशी खुफिया एजेंसियों के लिए जासूसी करने और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की भी शिकायतें मिली थी.
इन्हीं शिकायतों के आधार पर उस वक्त के डीजी आईटी ने नीरा और उनके करीबियों के 14 फोन लाइन पर नजर रखने की इजाज़त मांगी. गृहमंत्रालय ने 20 अगस्त 2008 को इसकी इजाज़त दी. ये बातें सरकार के हलफनामें में है, जांच का क्या नतीजा निकला ये अभी साफ नहीं है.