रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा कि जब तक इस्लामाबाद अपने यहां मौजूद आतंकी शिविरों को खत्म नहीं करता, तब तक भारत पाक संबंधों में स्थायी सहयोग मुश्किल होगा.
एंटनी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान को लेकर भारत की पीड़ा यह है कि वहां करीब 42 आतंकी शिविर चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि इन आतंकी शिविरों को नष्ट किए बिना, भारत पाक संबंधों में स्थायी सहयोग मुश्किल होगा. बहरहाल, रक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार वार्ता जारी रखना चाहती है और दोनों देशों के रक्षा सचिवों की 30 तथा 31 मई को बैठक होगी.
वार्ता की जरूरत पर जोर देते हुए एंटनी ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध रखना चाहता है.
उन्होंने कहा कि वार्ता एक महत्वपूर्ण कारक है. बातचीत के बिना कुछ भी हासिल नहीं किया जा सकता. एंटनी के मुताबिक, सरकार का रूख साफ है कि वह अपने सभी पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना चाहती है.
उन्होंने कहा कि हम अपने मित्रों को बदल सकते हैं लेकिन अपने पड़ोसियों को नहीं बदल सकते. हम यह हकीकत जानते हैं कि हमें हमारे पड़ोसियों के साथ रहना है. भले ही हमें हमारे पड़ोसियों के साथ समस्याएं हों, हम हमारे मित्रता को बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं. एंटनी ने कहा कि भारत का चीन के साथ सीमा विवाद है और इस समस्या के समाधान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हाल ही में रोक दिए गए भारत-चीन रक्षा सहयोग को फिर से शुरू किया जाएगा और जून में भारत का एक रक्षा समूह चीन का दौरा करेगा.