राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति के भ्रष्टाचारों के आरोपों की जांच का केंद्र बने होने के बीच इसके प्रमुख सुरेश कलमाड़ी ने कहा है कि वे जांच एजेंसियों के सभी सवालों का जवाब देने को तैयार हैं. उन्होंने साथ ही दावा किया कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया और संसद में जवाब देने को तैयार हैं.
खेलों में कथित गड़बड़ी के आरोपों की जांच का स्वागत करते हुए कलमाड़ी ने कहा, ‘‘मैं इस मुद्दे पर अपना बयान संसद में दूंगा.’’ चीन में एशियाई खेलों के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौटने पर कलमाड़ी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं लोकसभा अध्यक्ष से मिला और उन्हें बताया कि मैं अपना बयान लोकसभा में दूंगा और उन्होंने कहा कि मैं संसद की कार्यवाही शुरू होने पर ऐसा कर सकता हूं.’’
मौजूदा जांच के बारे में चर्चा करने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘सभी मामले जांच के दायरे में हैं, लेकिन मैं कह सकता हूं कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया. मैं जांच का स्वागत करता हूं और उनके सभी सवालों का जवाब दूंगा.’’ आयोजन समिति जांच के घेरे में हैं और इससे जुड़े रहे कलमाड़ी के तीन करीबी अधिकारियों को सीबीआई यहां अक्तूबर में खेलों के आयोजन के दौरान कथित अनियमितताओं के लिए पहली ही हिरासत में ले चुकी है.{mospagebreak}
कलमाड़ी ने जांच से बचने से लिए फरार होने संबंधी मीडिया रिपोर्टों पर प्रतिकिया देते हुए कहा, ‘‘कुछ चैनलों ने कहा कि मैं गायब हूं. मैं ग्वांग्झू गया था.’’ उन्होंने कहा कि आयोजन समिति को सिर्फ खेलों के आयोजन और उद्घाटन तथा समापन समारोह की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जिसके लिए 1500 से 1700 करोड़ रुपये का बजट था, जिसमें से अब तक 1400 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘निर्माण कार्यों में हमारी कोई भूमिका नहीं थी, क्योंकि यह अन्य एजेंसियों ने किया. हमारी जिम्मेदारी खेलों और उद्घाटन तथा समापन समारोह का आयोजन था. निर्माण कार्यों की जिम्मेदारी अन्य एजेंसियों की थी और इन मुद्दों पर वे जवाब देंगी.’’ कलमाड़ी ने खेलों में भारतीय एथलीटों के अच्छे प्रदर्शन का श्रेय प्रधानमंत्री को भी दिया, जिन्होंने खिलाड़ियों के लिए पैसे मुहैया कराये.