scorecardresearch
 

दोबारा पोस्‍टमॉर्टम के बाद स्‍वामी निगमानंद को दी गई समाधि

गंगा को बचाने के लिए अनशन करते हुए दम तोड़ने वाले स्‍वामी निगमानंद को समाधि दे दी गई. उनकी रहस्‍यमय मौत की जांच के लिए दोबारा पोस्‍टमॉर्टम कराए जाने के बाद समाधि की प्रक्रिया पूरी की गई.

Advertisement
X
स्‍वामी निगमानंद
स्‍वामी निगमानंद

गंगा को बचाने के लिए अनशन करते हुए दम तोड़ने वाले स्‍वामी निगमानंद को समाधि दे दी गई. उनकी रहस्‍यमय मौत की जांच के लिए दोबारा पोस्‍टमॉर्टम कराए जाने के बाद समाधि की प्रक्रिया पूरी की गई.

Advertisement

स्वामी निगमानंद की समाधि को लेकर गुरुवार को घटनाक्रम तेजी से बदले. समाधि से पहले चार डॉक्टरों की टीम स्वामी निगमानंद का पोस्टमॉर्टम करने के लिए मातृ सदन आई. यहां उनके शव से विसरा सैंपल लिया गया. इस दौरान मातृ सदन के साधु मौजूद थे. खबर है कि विसरा रिपोर्ट स्वामी निगमानंद के आश्रम मातृ सदन को भी दिया जाएगा.

हरिद्वार के डीएम ने एक चिट्ठी निगमानंद के परिवारवालों को दी. इस चिट्ठी को हरिद्वार अखाड़ा परिषद ने डीएम को सौंपा और फिर इस पत्र को परिवार वालों को दिया गया.

हालांकि तय समय के मुताबिक गुरुवार दोपहर दो बजे उन्हें समाधि दिया जाना था, लेकिन उनके घरवालों के विरोध के बाद यह मामला उलझता दिखा. इस विरोध के बाद हरिद्वार अखाड़ा परिषद ने एक चिट्ठी तैयार की, जिसे उन्होंने हरिद्वार के डीएम को दिया. फिर इस चिट्ठी को निगमानंद के परिवारवालों को सौंपा गया.

Advertisement

माना जा रहा है कि इस चिट्ठी में यह लिखा गया है कि निगमानंद मठ परंपरा में शामिल हो गए थे. उन्होंने अपने परिवार का त्याग कर दिया था, इसलिए अब उनके ऊपर परिवारवालों का कोई हक नहीं रहा. साथ ही उनका अंतिम संस्कार भी साधु परंपरा में ही किया जाना चाहिए.

गौरतलब है कि इस मुद्दे पर निगमानंद के परिवारवालों और उनके गुरु शिवानंद के बीच तनातनी भी हुई. पहले निगमानंद का परिवार शव लेने की मांग पर अड़ा था.

Advertisement
Advertisement