कई गंभीर आरोपों से घिरे बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने फिलहाल दिल्ली आने का कार्यक्रम रद्द कर दिया है. गडकरी नागपुर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात करने वाले हैं.
पेश कर सकते हैं सफाई
समझा जा रहा है कि नितिन गडकरी अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई दे सकते हैं. हालांकि बुधवार को भी गडकरी आरएसएस की उस रैली में मौजूद थे, जिसमें मोहन भागवत ने कहा था कि गडकरी का मुद्दा बीजेपी का आंतरिक मामला है.
बीजेपी के पाले में गेंद?
आरएसएस प्रमुख पहले ही यह राय जाहिर कर चुके हैं कि नितिन गडकरी के दूसरे कार्यकाल के बारे में कोई भी फैसला बीजेपी ही लेगी. यह अगल बात है कि राजनीति के पंडित हमेशा से यह मानते आए हैं कि बीजेपी के किसी भी बड़े फैसले में आरएसएस की 'मौन स्वीकृति' जरूर होती है.
आरोपों से पड़ रहा है दबाव
पहले इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) ने नितिन गडकरी पर आरोप लगाए कि उन्होंने महाराष्ट्र के विदर्भ में गलत तरीके से जमीन हथियाई है. पहले गडकरी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. इसके बाद मंगलवार को मीडिया रिपोर्टों में खुलासा हुआ कि आईआरबी नामक एक कम्पनी ने गडकरी की कम्पनी को 165 करोड़ रुपये का ऋण दिया था. इसके 2 वर्ष बाद आईआरबी को गडकरी की तरफ से सड़क निर्माण का ठेका दिया गया. उस समय गडकरी महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) मंत्री थे.