फर्जीवाड़े के आरोपों से घिरे बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने सफाई देते हुए सोमवार को कहा कि मैं हर जांच के लिए तैयार हूं. साथ ही गडकरी ने चेतावनी दी कि कांग्रेस द्वारा रची गयी साजिश के तहत उन्हें बदनाम कर रहे मीडिया घरानों के खिलाफ वह दीवानी और फौजदारी मामले दर्ज कराएंगे.
दिल्ली में पार्टी के बड़े नेताओं का समर्थन हासिल करने के बाद घर लौटे गडकरी ने दिल्ली से वापसी के बाद अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ मीडिया समूह कांग्रेस पार्टी के दलाल के तौर पर काम कर रहे हैं. अंग्रेजी के दो टीवी चैनल और अंग्रेजी का एक राष्ट्रीय अखबार मेरे खिलाफ अभियान चला रहे हैं और कांग्रेस के हाथों में खेल रहे हैं.
हर आरोपों से निकलूंगा बेदाग: नितिन गडकरी
नागपुर लौटने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने गडकरी का गर्मजोशी से स्वागत किया. गडकरी ने कहा कि उन्हें बदनाम करने के अभियान में शामिल लोगों को वह सबक सिखाएंगे.
उन्होंने मीडिया संस्थान का नाम लिये बिना कहा कि एक बड़े मीडिया समूह ने मॉरीशस के रास्ते लंदन में काला धन जमा कर रखा है और 10-10 रुपये के शेयरों को 38-38 हजार रुपये में बेचकर हेरफेर की. उन्होंने इस बाबत दस्तावेज अपने पास होने का दावा भी किया.
गडकरी ने कहा कि न तो मैंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद मांगा था और ना ही मैं इस पर रहने की मांग करुंगा. उनके इस बयान के कई मतलब निकाले जा सकते हैं.
गौरतलब है कि बीजेपी ने संघ की इच्छा के अनुरूप हाल ही में सूरजकुंड में संपन्न अपने राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी के विधान में संशोधन किया था, जिसके अनुसार पार्टी अध्यक्ष , जिला और राज्य इकाई प्रमुख दूसरे कार्यकाल के लिए चुने जा सकते हैं.
गडकरी का ‘गॉडफादर’ नहीं है संघ: भैय्याजी जोशी
पार्टी विधान में उक्त संशोधन को मंजूरी मिलने से गडकरी को एक और कार्यकाल के लिए पार्टी अध्यक्ष बनाये जाने का रास्ता साफ हो गया था. उनका मौजूदा कार्यकाल दिसंबर में समाप्त हो रहा है.
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए गडकरी ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाला, राष्ट्रमंडल खेल घोटाला और 2जी मामले समेत 4.38 लाख करोड़ रुपये के बड़े भ्रष्टाचार में शामिल है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा भी हरियाणा में जमीन सौदों के मामले में 400 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार से घिरे हैं. गडकरी को हवाईअड्डे से यहां उनके घर तक करीब 15 कारों और अनेक दुपहिया वाहनों के काफिले के साथ लाया गया.
उन्होंने कहा कि वह बिना किसी डर के आखिर तक संघर्ष करेंगे. उन्होंने आरोपों से घिरी कंपनी पूर्ति पावर एंड शुगर लिमिटेड में किसी उच्च पद पर होने की बात से इनकार करते हुए कहा कि उनके पास केवल एक लाख रुपये के शेयर हैं. गडकरी ने कहा कि वह सामाजिक सेवा कर रहे हैं और 64 करोड़ रुपये के घाटे में चल रही इस कंपनी में क्षेत्र के 12 हजार किसान शेयरधारक हैं.
नितिन गडकरी के समर्थन में उतरी बीजेपी
कांग्रेस पर अपनी कंपनियों में आयकर छापे मारने का आदेश देने का आरोप लगाते हुए गडकरी ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि मैंने आयकर अधिकारियों से कहा कि जब मेरी कोई आय नहीं है तो ये छापे क्यों? उन्होंने कहा कि वह जनता की अदालत में मुकदमे का सामना करने सरकार द्वारा किसी भी जांच के लिए तैयार हैं.
गडकरी ने कहा कि मुझ पर महाराष्ट्र में लोक निर्माण विभाग मंत्री रहते मेरे कार्यकाल के दौरान ठेकेदारों और निर्माण कंपनियों का पक्ष लेने का आरोप है लेकिन मैंने किसी पद का दुरुपयोग नहीं किया.
उन्होंने कहा कि मंत्री बतौर मेरे कार्यकाल में मैंने 3600 करोड़ रुपये के ठेके (मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए) निरस्त कर दिये थे, जहां पीडब्ल्यूडी ने 1800 करोड़ रुपये में काम किया और इस तरह राजकोष के 2000 करोड़ रुपये बचा लिये गये.
गडकरी ने कहा कि दूसरी तरफ हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी को दी गयी बांद्रा-वरली सी लिंक परियोजना की लागत 420 करोड़ रुपये थी जो बढ़ते बढ़ते 1800 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी.