बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण (एनएचएआइ) के अधिकारियों को परियोजना कार्य के ठेकेदारों और कंसल्टेंट द्वारा रिश्वत दिये जाने के मामले का उल्लेख किया है उसकी केंद्र को जांच करानी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘विश्व बैंक की रिपोर्ट में गंभीर मामला उठाया गया है. ठेकेदारों और कंसल्टेंट द्वारा एनएचएआई अधिकारियों को रिश्वत देना और महंगे होटल में ठहराया जाना गंभीर बात है. इसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों को कडा दंड मिलना चाहिए.’ नीतीश ने कहा कि लखनऊ-मुजफ्फरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग में घोटाले के बारे में वह पहले ही शक व्यक्त कर चुके हैं.
बिहार को विशेष राज्य के दर्जा के संबंध में राष्ट्रीय ज्ञान आयोग के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के बयान पर नीतीश ने कहा, ‘पित्रोदा न तो योजना आयोग के अधिकारी हैं न ही वित्त विभाग के इसलिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा का विषय उनके क्षेत्राधिकार में नहीं आता है. विशेष दर्जा का प्रश्न पित्रोदा से नहीं पूछा जाना चाहिए.’