भाजपा द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के पार्टी के अगले उम्मीदवार के तौर पर पेश किए जाने की चर्चा के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राजग के घटक दल भाजपा एवं जदयू के बीच आगे गठबंधन बना रहे इसके लिए भाजपा को गठबंधन के सिद्धांत और आपसी समझ पर कायम रहना होगा.
पटना के एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जदयू की प्रदेश कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि वर्ष 1996 से जारी गठबंधन को आगे भी जारी रखने के लिए भाजपा और जदयू को गठबंधन के सिद्धांत और आपसी समझ पर कायम रहना होगा.
भाजपा द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के पार्टी के अगले उम्मीदवार के तौर पर पेश किए जाने की चर्चा पर नीतीश ने कहा कि दोनों दलों के बीच गठबंधन उस समय तक कायम है जबतक दोनों दल गठबंधन के सिद्धांत और आपसी समझ पर कायम रहते हैं.
मोदी और नीतीश के बीच उस समय से रिश्ते में कटुता पायी जा रही है जब पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार में राजग के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार के लिए मोदी के यहां आने पर मनाही कर दी गयी थी. ऐसा ही वर्ष 2010 में बिहार विधान सभा चुनाव के दौरान भी हुआ था.
पिछले लोकसभा चुनाव के बाद मोदी और नीतीश को लुधियाना में आयोजित राजग की एक रैली में एक साथ देखा गया था पर वर्ष 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व जून महीने में पटना में आयोजित भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समय अखबारों में नीतीश और मोदी को एक साथ हाथ मिलाते छपी फोटो से भडके नीतीश ने पटना आए भाजपा नेताओं के सम्मान में अपने आवास पर दी जाने वाली दावत को रद्द कर दिया था.
हालांकि गत महीने दिल्ली में संपन्न बैठक के दौरान नीतीश और मोदी को एक-दूसरे से हाथ मिलाते हुए देखा गया पर हाल में गुजरात के राजकोट में भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के दौरान मोदी द्वारा यह कहे जाने कि बिहार में जातिगत राजनीति के कारण यह प्रदेश पिछड़ गया, नीतीश ने गत 11 जून को कहा, ‘जो दूसरों पर टिप्पणी करते हैं उन्हें अपने बारे में सोचना चाहिए, यह तो ‘चलनी दूसे सूप को’ वाला मामला है.
नीतीश ने कहा, ‘बिहार पर टिप्पणी करने वालों को अपने हालात के बारे में सोचना चाहिए.’