बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में बनाए जा रहे एम्स के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और कहा कि निर्मित भवनों का उपयोग तुरंत शुरू हो.
मुख्यमंत्री के एम्स के स्थल भ्रमण के दौरान उसके निदेशक गिरीश कुमार सिंह से कहा कि निर्मित भवनों का उपयोग तुरंत शुरू हो. उन्होंने कहा कि एम्स के परिसर में तीन हजार रैन बसेरा का निर्माण किया जाएगा, जिसे वहां भर्ती होने वाले निम्न वर्ग के मरीजों की देखभाल करने वालों को ही आवंटित किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण विभाग के सचिव प्रत्यय अमृत को निर्देश दिया कि एम्स के पहुंच मार्ग एवं मुख्यपथ का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर पूरा किया जाए.
उन्होंने कहा कि पटना का एम्स सुंदर और बेहतरीन बने और उसके लिए उपलब्ध 34.8 एकड जमीन का बेहतरीन उपयोग हो. पटना में एम्स के निर्माण के लिए गठित कोर कमेटी की कल यहां संपन्न बैठक के दौरान नीतीश ने निर्देश दिया था कि दिल्ली में स्थित एम्स के तर्ज पर पटना में निर्माणाधीन एम्स में विभागों की व्यवस्था की जाए.
उन्होंने कहा कि पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) के प्रतिवेदन के आधार पर दिल्ली स्थित एम्स और पटना में निर्माणाधीन एम्स के विभागों की सूची में अंतर है.
बिहार सरकार ने पीएमसीएच के प्राचार्य डॉक्टर कैप्टन एन पी यादव के नेतृत्व में एक पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया था, जिसने पटना में निर्माणाधीन एम्स में 13 और विभागों को जोडे जाने की अनुशंसा की है.