लोकसभा चुनाव 2014 में प्रधानमंत्री पद के लिए राजग के धर्मनिरपेक्ष (सेकुलर) उम्मीदवार के संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ताजा बयान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार को यह स्पष्ट करने के लिए कहा है कि राजग में कौन सेकुलर है.
लालू ने नीतीश पर आरएसएस और बीजेपी के गोद में बैठकर राज करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे बताएं कि राजग में कौन सेकुलर है.
उन्होंने कहा कि नीतीश को यह स्पष्ट करना चाहिए कि बीजेपी और आरएसएस में कौन सेकुलर है और उनकी इस बात से ऐसा लगता है कि वे स्वयं को बतौर प्रधानमंत्री पेश कर रहे हैं और अभी से अपनी जगह बना रहे हैं.
लालू ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2014 को लेकर प्रधानमंत्री पद के लिए सेकुलर उम्मीदवार को लेकर नीतीश को अब क्यों इसकी याद आ रही है.
उन्होंने भोजपुरी का एक कहावत दोहराते हुए नीतीश के बारे में कहा ‘भतरो मीठ, पुतवों मीठ, केकर क्रिया खाईं’ (पति भी प्यारा और पुत्र भी प्यारा किसकी कसम खाएं).
लालू ने नीतीश के बारे में कहा, ‘मूछ तो है नहीं, ई मूछ पिजा रहे थे. झगड़ा होगा राजग में तो हमी को न बना (प्रधानमंत्री) दे.’ उन्होंने एक कहावत दोहरायी, ‘गाछ पर कटहल और होंठ पर कड़वा तेल’ और कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में राजग बहुमत में कहां आने जा रहा है कि नीतीश अभी से प्रधानमंत्री उम्मीदवार खोज रहे हैं.
लालू ने कहा कि जिस गिरोह में बैठकर वे (नीतीश) सात साल से सत्ता का सुख भोग लगा रहे हैं, उसमें कौन सेकलुर है. उन्होंने कहा कि गोधरा कांड के बाद जब गुजरात और देश जल रहा था तब केंद्र की तत्कालीन राजग सरकार में रेल मंत्री के पद पर रहते हुए नीतीश गोधरा कांड की जांच भी नहीं करायी थी.
नीतीश पर नाक बजाने का व्यंग्य करते हुए लालू ने कहा कि इतने दिन के बाद अब याद आयी है उनको.
उन्होंने कहा कि एटीएस और अन्य प्रदेशों की पुलिस बिहार के दरभंगा और मधुबनी सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों से संदिग्ध आतंकी बताकर अल्पसंख्यकों को उठाकर ले जा रही है.
लालू ने कहा कि बिहार के दरभंगा जिला के देवरा बंधौली गांव निवासी मोहम्मद कतील सिद्दिकी नामक युवक की गत आठ जून को महाराष्ट्र के पूणे के यरवदा जेल की एक कोठरी में कथित रूप से हत्या कर दी गयी थी.
उन्होंने कहा कि कतील को दिल्ली पुलिस गत वर्ष नवंबर महीने में चुपचाप उठाकर अपने साथ ले गयी थी, लेकिन नीतीश ने उसकी मौत पर एक शब्द नहीं बोला.
उन्होंने कहा कि एटीएस और अन्य प्रदेशों की पुलिस द्वारा दरभंगा और मधुबनी सहित राज्य के अन्य क्षेत्रों से संदिग्ध आतंकी बताकर ले गए युवकों के माता-पिता बिलख रहे हैं कि उनके बच्चों का कोई अता-पता नहीं है और नीतीश इस मामले में कुछ नहीं कर रहे हैं.
राजद सुप्रीमो ने कहा कि गत 16 जून को पटना जिला के मनेर थाना पुलिस हिरासत में पिटाई के कारण मो0 सलमान खान नामक एक व्यक्ति की अस्पताल में मौत हो गयी थी, जिसके मामले में भी नीतीश ने कुछ नहीं किया.
फारबिसगंज औद्योगिक क्षेत्र में गत वर्ष तीन जून को स्थानीय लोगों के साथ हुई झड़प के दौरान अल्पसंख्यक समुदाय के चार लोगों की मौत का जिक्र करते हुए लालू ने कहा कि जांच के लिए गठित आयोग का समय बढ़ाकर नीतीश सरकार केवल मामले को टाल रही हैं और सीबीआई जांच से बच रही हैं.