पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के गिलगित-बाल्टिस्तान इलाके में चीन के 11 हजार सैनिकों की मौजूदगी की खबरों को ‘मनगढ़ंत’ करार देते हुए यहां तैनात पाकिस्तानी राजदूत ने दावा किया है कि उन क्षेत्रों में चीनी सैनिक नहीं बल्कि बाढ़ राहत के लिये चीन का ‘मानवीय सहायता दल’ पहुंचा है.
पाकिस्तानी राजदूत मसूद खान ने सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स से कहा कि वह कहानी गलत और पूरी तरह मनगढ़न्त है. खान ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की उस रिपोर्ट का जिक्र कर रहे थे जिसमें गिलगित-बाल्टिस्तान इलाके में तकरीबन 11 हजार चीनी सैनिक तैनात होने की बात कही गई थी.
गौरतलब है कि उस क्षेत्र में प्रशासन को स्थानीय लोगों के विद्रोह का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि इलाके में एक भी चीनी सैनिक मौजूद नहीं है. अलबत्ता उस क्षेत्र में बाढ़ राहत कार्य के लिये इस वक्त चीन की ‘मानवीय सहायता टीम’ के सदस्य जरूर मौजूद हैं.
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने गिलगित-बाल्टिस्तान में कम्युनिस्ट देश की सेना की मौजूदगी को पाकिस्तान के जरिये खाड़ी में सड़क तथा रेल सम्पर्क स्थापित कर रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस इलाके में पकड़ बनाने की योजना का हिस्सा बताया था.
इस अमेरिकी अखबार में गत 28 अगस्त को प्रकाशित इस खबर के बारे में ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने कहा कि बेशक, इस रिपोर्ट से भारत को परेशानी हुई होगी. भारत ने सोमवार को कहा था कि वह न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी खबर का ‘स्वतंत्र सत्यापन’ कर रहा है. अगर वह खबर सही निकली तो यह वाकई बहुत ‘गम्भीर चिंता’ की बात होगी.