कर्नाटक में आतंकवादी हमले की साजिश रचने के आरोप में 10 लोगों के साथ गिरफ्तार किए डीआरडीओ का वैज्ञानिक एजाज अहमद मिर्जा रक्षा क्षेत्र के इस अहम प्रतिष्ठान में किसी संवेदनशील काम में शामिल नहीं था.
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने आज यह जानकारी दी.
डीआरडीओ ने एक बयान में कहा है कि वह किसी संवेदनशील काम में शामिल नहीं था और कोई भी संवेदशनशील या गोपनीय सूचना लीक नहीं हुई है. भारत सरकार के नियमों के मुताबिक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है.
मिर्जा (26) यहां डीआरडीओ की प्रयोगशाला ‘सेंटर फॉर एयर बोर्न सिस्ट्मस’ में पिछले कुछ महीने से जूनियर रिसर्च फेलो (जेआरएफ) के रूप में काम कर रहे थे.
बयान में कहा गया है कि रिसर्च फेलोशिप योजना के तहत डीआरडीओ युवा वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को अपनी प्रयोगशालाओं में मूलभूत शोध के क्षेत्रों में काम करने का मौका उपलब्ध कराता है.
बयान में कहा गया है कि उनसे जुड़ी पूर्व की जानकारियों को सत्यापित किया गया और उन्हें रिसर्च फेलो के तौर पर भर्ती करने की प्रक्रिया के दौरान पुलिस सत्यापन किया गया.
गौरतलब है कि नगर पुलिस ने आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा और हूजी से संदिग्ध तौर पर जुड़े होने को लेकर कल 11 लोगों को गिरफ्तार किया था.
पुलिस ने इन लोगों को गिरफ्तार कर सांसदों, विधायकों और मीडियाकर्मियों तथा कुछ कट्टर हिंदू नेताओं की हत्या की उनकी साजिश नाकाम करने का भी दावा किया था.