कैसे टूटेगा अन्ना हजारे का अनशन? वक्त बीतने के साथ-साथ ये सवाल और भी बड़ा होता जा रहा है. बड़ा इसलिए क्योंकि जिस सर्वदलीय बैठक पर सारी उम्मीदें टिकी हुई थीं, उसमें अन्ना की तीन अहम शर्तों को खारिज कर दिया गया.
प्रधानमंत्री निवास पर करीब तीन घंटे तक चली सर्वदलीय बैठक में अन्ना की मांगों पर आम सहमति नहीं बन पाई. बैठक में एक प्रस्ताव पास किया जिसमें अन्ना से अनशन तोड़ने की अपील की गई है.
अन्ना के आंदोलन पर विशेष कवरेज
गौरतलब है कि बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सभी दलों टीम अन्ना ने शर्तें बताई थीं. इन शर्तों में कहा गया था कि-
1. सरकार को संसद में रखे मौजूदा लोकपाल बिल को वापस लेना चाहिए.
2. चार दिन के भीतर कुछ संशोधनों के साथ जनलोकपाल बिल संसद में पेश करें. जनलोकपाल बिल को स्थाई समिति ना भेजा जाए.
3. जनलोकपाल बिल पर संसद में चर्चा हो और इसी सत्र में इसे पास किया जाए. भले ही संसद का सत्र बढ़ाना पड़े.
अब प्रणब मुखर्जी और सलमान खुर्शीद की टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी और प्रशांत भूषण के साथ बैठक होगी. जिसमें सर्वदलीय बैठक में हुए विचार-विमर्श की जानकारी टीम अन्ना को दी जाएगी.