गांधी परिवार से नाता रखने के कारण राजनीति में होने की बात स्वीकार करते हुए कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने शुकवार को कहा कि संगठनात्मक चुनाव कराने से वंशानुगत राजनीति की धारणा खत्म होगी.
उन्होंने कहा, ‘हमें तस्वीर (वंशानुगत राजनीति की) बदलनी होगी. इसी कारण संगठनात्मक चुनाव आयोजित कराये जा रहे हैं. इस प्रक्रिया में कोई वंशानुगत राजनीति नहीं होगी.’
कांग्रेस महासचिव ने करीब 700 अनुसूचित जाति के छात्रों के साथ परिसंवाद में यह बात स्वीकार की कि वह राजनीति में हैं, ‘क्योंकि मैं गांधी परिवार का सदस्य हूं.’ बीड जिले के छात्र ने जिले में हुए एनएसयूआई चुनाव की ओर उनका ध्यान दिलाया और कहा कि कुछ सदस्य जो छात्र नहीं थे, उनका पंजीकरण हुआ और उन्होंने चुनाव लड़ा.
यह बात सूचना का अधिकार कानून के तहत पूछे गये सवाल के जवाब में सामने आयी. इस पर राहुल ने तपाक से कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करने के लिए ध्यान रखेंगे कि इस प्रकार की घटनाएं भविष्य में नहीं दोहरायी जायें.’ बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष माणिकराव ठाकरे और युवक कांग्रेस के अध्यक्ष राजीव सातव मौजूद थे.