आने वाले कुछ दिनों में चीन की ओर से किसी खतरे की आशंका को नकारते हुए एयर चीफ मार्शल पीवी नाइक ने कहा है कि 1962 में भारत पर चीन ने जैसा हमला किया था, वह अब दोबारा नहीं होगा.
नाइक ने कमांडर्स कॉन्फ्रेंस ऑफ मेंटेनेंस कमांड के इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘अभी फिलहाल ऐसी कोई आशंका नहीं है. उस घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी. हमारे पास ऐसे किसी भी खतरे से निपटने के लिए पर्याप्त वायु सैन्य क्षमताएं हैं और ये समय के हिसाब से और विकसित भी हुई हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी अर्थव्यवस्था विकास कर रही है और उसके हिसाब से हमारी रक्षा क्षमताएं भी. हमने कुछ क्षेत्रों में सुधार की ओर अपना ध्यान केंद्रित किया हुआ है.’’ नाइक ने कहा कि वायुसेना उत्तर और उत्तर-पूर्व के ऐसे दुर्गम इलाकों का दिन और रात में सेना के इस्तेमाल के लिए प्रयास कर रही है, जो अब तक उपयोग नहीं किए गए हैं.
नाइक ने कहा, ‘‘आप, सिर्फ अपनी क्षमताओं को बढ़ा सकते हैं.’’ भारतीय वायुसेना के आधुनिकीकरण के बारे में सैन्य प्रमुख ने कहा कि सेना ने अपने बेड़े में शामिल मिग 29, मिराज, जैगुआर, सु-30, टी-17 हेलीकॉप्टरों के आधुनिकीकरण के बारे में रणनीति बनाई है और सेना पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान पाने की दिशा में है.