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लोकपाल मसौदा समिति से अलग नहीं होंगे: केजरीवाल

मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल को आड़े हाथ लेते हुए गांधीवादी अन्ना हज़ारे के नेतृत्व वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि मंत्री हमारे द्वारा समिति का हमेशा के लिये बहिष्कार किये जाने की बात कह रहे हैं, जो असल में कभी हमारी ओर से कही ही नहीं गयी.

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अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल

मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल को आड़े हाथ लेते हुए गांधीवादी अन्ना हज़ारे के नेतृत्व वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि मंत्री हमारे द्वारा समिति का हमेशा के लिये बहिष्कार किये जाने की बात कह रहे हैं, जो असल में कभी हमारी ओर से कही ही नहीं गयी.

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आरटीआई कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम यह समिति नहीं छोड़ेंगे. हमने कल बैठक में भाग नहीं लिया. समिति के अध्यक्ष (वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी) को लिखा हमारा पत्र कहता है कि हम रामदेव पर हुई कार्रवाई के विरोध में एक दिन के लिये बैठक में भाग नहीं ले रहे हैं.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सिब्बल हमारी कही बातों में अपने शब्द जोड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को अपने दंभ को कम करना चाहिये.

केजरीवाल ने कहा, ‘‘सिब्बल कह रहे हैं कि हम चाहे आयें या नहीं आयें, वे बैठक करेंगे. इसके क्या मायने हैं? हमने ऐसा कभी नहीं कहा कि हम बैठकों में भाग नहीं लेंगे. वे जान-बूझकर हमारी बातों में अपने शब्द जोड़ रहे हैं.’’

सिब्बल ने लोकपाल मसौदा संयुक्त समिति में अन्ना हज़ारे के नेतृत्व में समाज की ओर से शामिल सदस्यों पर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया था. सिब्बल ने सरकार के मंत्रियों को ‘धोखेबाज’ कहने जैसे शब्दों पर ऐतराज जताया था.

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कांग्रेस प्रवक्ता जनार्दन द्विवेदी की अन्ना हज़ारे को भाजपा का मुखौटा बताने की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए एक अन्य कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियों की निंदा होनी चाहिये.

केजरीवाल ने कहा कि सरकार समाज के सदस्यों के बिना विधेयक का मसौदा तैयार कर सकती है लेकिन ऐसा करने से वह विश्वसनीयता खो देगी. कार्यकर्ताओं ने संयुक्त समिति की कार्यवाही का सीधा प्रसारण करने की अपनी मांग को सही बताते हुए कहा कि ऐसा करने से दोनों पक्षों के रुख के बारे तस्वीर बेहतर तरीके से स्पष्ट हो सकेगी.

सांसदों को प्रस्तावित लोकपाल के दायरे में लाये जाने के मुद्दे पर केजरीवाल ने कहा कि ‘वोट के बदले नोट’ लेने के मामले के आरोपी किसी भी सांसद को सजा नहीं हो पायी.

केजरीवाल ने कहा, ‘‘बीते तीन वर्ष से एक भी सांसद को सजा नहीं हुई. क्या इस मामले में कोई जांच की गयी? क्या कुछ हुआ? हमारे कुछ सांसद धन लेकर वोट देते हैं और उन्हें सजा नहीं मिलती. कल को वे देश के बाहर के किसी व्यक्ति से धन लेंगे और वोट करेंगे. क्या यह नुकसानदेह नहीं होगा?’’

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