भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत विधेयक तैयार नहीं होने पर 16 अगस्त को अन्ना हजारे को उपवास नहीं करने की चेतावनी दिये जाने के एक दिन बाद लोकपाल विधेयक प्रारूप समिति के सदस्य और कर्नाटक के लोकायुक्त संतोष हेगड़े ने उनके साथ एकजुटता जताई और कहा कि उनके बीच में कोई मतभेद नहीं है.
उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश ने कहा कि प्रारूप समिति की 21 जून को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगे. हालांकि पहले की कुछ प्रतिबद्धताओं के कारण वह 20 जून को पैनल की चर्चा में शरीक नहीं हो पाएंगे.
हेगड़े ने कहा, ‘उपवास के मुद्दे पर यह केवल सुझाव था जोकि मैंने इसलिए दिया कि क्योंकि व्यक्तिगत तौर पर मेरा मानना है कि अन्ना देश का दौरा कर भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों को एकजुट करते तो बेहतर होता.’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन इसे हमारे बीच मतभेद के तौर पर लिया गया. अगर अन्ना उपवास पर जाते हैं तो मैं उनका पूरा समर्थन करूंगा.’
हेगड़े ने शनिवार को हजारे को एक खत में लिखा था कि समिति की 20 और 21 जून को होने वाली बैठक में वह शरीक नहीं हो पाएंगे.