कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में सुरक्षा की कमी को चिंता का मुख्य कारण बताते हुए कहा कि बलात्कार एवं अन्य आपराधिक घटनाओं में बढ़ोत्तरी इसका प्रमाण है.
गत सोमवार को बांदा, कानपुर तथा सुलतानपुर में बलात्कार पीड़ितों से मिले राहुल ने अमेठी में सीआरपीएफ के केन्द्र की आधारशिला रखने के बाद उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कुछ चीजों की कमी है, जिनमें सुरक्षा भी शामिल है और राज्य में हो रही बलात्कार जैसी घटनाएं इसका प्रमाण है.
उत्तर प्रदेश में विकास के लिये जरूरी माहौल की कमी बताते हुए उन्होंने कहा कि अक्सर ऐसा कहा जाता है कि उत्तर प्रदेश के लोग काम नहीं करते. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘लेकिन मैं इससे सहमत नहीं हूं. मैं मानता हूं कि प्रदेश की जनता काम करती है, लेकिन यहां दो-तीन चीजों की कमी है. यहां सुरक्षा, उद्योग, स्वास्थ्य और शिक्षा की कमी है, जिसकी वजह से विकास नहीं हो रहा है.’
उन्होंने कहा कि अगर इस प्रदेश में दिल्ली और पंजाब की तरह इन क्षेत्रों पर काम किया जाए तो विकास का वातावरण बन सकता है. राहुल ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश और अमेठी की जनता में आत्मविश्वास है, मगर दरवाजा बंद है. मेरी कोशिश है कि मैं इस दरवाजे को खोलूं. मेरी कोशिश है कि यहां रोजगार, स्वास्थ्य और सबसे जरूरी शिक्षा को लाकर मैं उस बंद दरवाजे को खोलूं. हम सब इस काम में लगे हैं.’ {mospagebreak}
राहुल ने कहा कि जिस सीआरपीएफ केन्द्र की बुनियाद रखी गई है उसमें बटालियन का मुख्यालय होगा और इस केन्द्र के निर्माण पर तकरीबन 120 करोड़ रुपए खर्च होंगे. कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘सीआरपीएफ जवान अमेठी में हमारे मेहमान हैं और वे आने वाले समय में आहिस्ता-आहिस्ता हमारे अमेठी के परिवार में शामिल हो जाएंगे. हमें उन्हें मेहमान की तरह देखना है और उनकी जरूरतें पूरी करने में मदद करनी चाहिये.’
इस बीच, सीआरपीएफ के महानिदेशक के. विजय कुमार ने कहा कि बल के ग्रुप सेंटर इसके जवानों और उनके परिवारों की देखभाल एवं उनके कल्याण कार्यक्रमों को चलाने की जिम्मेदारी निभाते हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इस केन्द्र पर जवानों की भर्ती और प्रशिक्षण के कार्यक्रम भी शुरू किये जाएंगे.