भ्रष्टाचार के कई मुद्दों पर विपक्ष के प्रहारों का सामना कर रही कांग्रेस ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं, कि हर स्तर पर भ्रष्टाचार आज हमारे पूरे समाज में एक बीमारी की तरह फैल गया है लेकिन इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यहां पार्टी के 83 वें महाधिवेशन का उद्घाटन करते हुए कहा ‘इस भ्रष्टाचार की सबसे बड़ी कीमत गरीब चुका रहा है और इसका सबसे बड़ा बोझ भी वही उठा रहा है. भ्रष्टाचार और अनाचार को हरगिज बर्दाश्त नहीं करना चाहिए.’
इसके साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार के लिए कांग्रेस को घेरने वाले मुख्य विपक्षी दल भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा ‘कोई आरोप स्थापित नहीं होने के बावजूद जांच लंबित रहने पर भी हमने मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों को उनके पद से हटने को कहा. क्या कोई अन्य दल है जो ऐसा दावा कर सकते हैं.’ उन्होंने कहा ‘क्या भाजपा ने कर्नाटक में ऐसा किया जहां भ्रष्टाचार अंधाधुंध है.’
2 जी स्पेक्ट्रम आवंटन, आदर्श सोसायटी और राष्ट्रमंडल खेलों में अनियमितताओं की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग पर संसद का पूरा शीतकालीन सत्र ठप कर देने के विपक्ष के रवैये की आलोचना करते हुए संप्रग अध्यक्ष ने कहा ‘क्या संसद को इस तरह ठप कर देने को जायज ठहराया जा सकता है? क्या विपक्ष उन मानदंडों की अवमानना करने को न्यायोचित ठहरा सकता है जिन मानदंडों पर संसदीय लोकतंत्र चलता है.’{mospagebreak}
संसद के ठप किए जाने पर गंभीर रूख अपनाते हुए सोनिया ने कहा ‘निस्संदेह संसद को राजनीतिक लाभ का बंधक नहीं बनाया जा सकता है. संसद अपने आप में चर्चा कर विवादास्पद मुद्दों को सुलझाने का मंच है.’
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर व्यक्तिगत प्रहार करने के लिए भाजपा को आडे हाथ लेते हुए सोनिया ने कहा, ‘इस संदर्भ में मैं हमारे प्रधानमंत्री के बारे में कुछ कहना चाहती हूं. वह ईमानदारी, शुचिता और सौम्यता के प्रतीक हैं. भाजपा का उन पर व्यक्तिगत प्रहार निन्दनीय है. आप सबकी ओर से मैं उनके बुद्धिमत्तापूर्ण नेतृत्व और बडे बडे तूफानों के बीच भी संयम बनाये रखने तथा देश की खुशहाली और प्रगति के कार्य को समर्पण से करने के लिए उन्हें बधाई देती हूं. पार्टी पूरी तरह से उनके साथ खडी है.‘
उन्होंने कहा कि पार्टी और सरकार दोनों के रूप में हमें भ्रष्टाचार से लडना होगा . साथ ही कहा कि सरकारी खर्च पर चुनाव कराने की विभिन्न मंचों से समय समय पर बात होती रहती है. हमें अब यह सोचना होगा कि इस प्रस्ताव को किस तरह से आगे बढाया जा सके.
सोनिया ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग का ऐलान करते हुए कहा, ‘मेरा यह मानना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग ऐसे शुरू की जाए. पहला एक ऐसी नयी व्यवस्था बनायी जाए, जिसमें राजनीतिज्ञों सहित सरकारी मुलाजिमों के भ्रष्टाचार के मामलों को फास्ट ट्रैक के आधार पर लिया जाए.’