उत्तर भारत के अधिकतर क्षेत्रों में तेज वर्षा जारी है जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है तथा राज्य में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सेना बुला ली गई है.
वहीं दिल्ली में गुरुवार को आसमान में बादल छाये रहने से दिल्लीवासियों ने सुहावने मौसम का आनंद उठाया. उत्तराखंड में लगातार वर्षा और बैराजों से पानी छोड़ना जारी रहने के कारण उत्तर प्रदेश की अधिकतर नदियां खतरे के निशान से उपर बह रही हैं. इसके मद्देनजर शाहजहांपुर और बदायूं जिलों में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सेना को बुला लिया गया है.
राज्य सरकार ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोशित करने के साथ ही केंद्र से दो हजार करोड़ रुपये का खाद्य राहत पैकेज देने की मांग की है. इस क्षेत्र के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, रामपुर, बिजनौर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, ज्योतिफुलेननगर, बदायूं और सहारनपुर शामिल हैं. {mospagebreak}
राहत एवं बचाव कार्यों में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल और पीएसी के जवान मदद कर रहे हैं जबकि प्रभावित जिलों के गांवों में खाद्य पैकेट गिराये जा रहे हैं. हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई है जिसके कारण कई स्थानों पर हुए भूस्खलन से ट्रेन सेवा प्रभावित हुई है. इसके साथ ही हवाई सेवा भी प्रभावित हुई है. राज्य की राजधानी शिमला में 84.2 मिलीमीटर और सोलन में 82.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई.
इसके अलावा पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में यमुना और सतलज में बाढ़ के कारण सेना और नागरिक सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है. चंडीगढ़ में 66.8 मिलीमीटर और पटियाला में 52.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है. राजधानी दिल्ली में गुरुवार सुबह आसमान में बादल छाये रहे जबकि कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई. हालांकि यमुना के जलस्तर में बुधवार के 207 मीटर के मुकाबले थोडी कमी दर्ज की गई और यह 206.92 मीटर पर आ गया.