मजदूर नेता शरद राव की अगुवाई वाले मुंबई ऑटोरिक्शा-चालक संघ के अगले महीने से बेमियादी हड़ताल पर जाने की धमकी को लेकर मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि संघ के ‘हठी’ व्यवहार से यात्रियों को होने वाली असुविधा को दूर करने के लिए पार्टी कार्यकर्ता कदम उठाएंगे.
मनसे प्रमुख ने संवाददाताओं से कहा, ‘शरद राव को और कोई काम नहीं है. वह संस्था को अपने हिसाब से चलाना चाहते हैं. अगर उन्होंने ऐसा व्यवहार करना जारी रखा तो उनके लिए अपने घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा. उन्हें राज ठाकरे और लोगों के गुस्से के लिए तैयार होने दीजिए.’
ऑटोचालक सोमवार से हड़ताल पर हैं, जिससे दो सप्ताह में दूसरी बार यात्रियों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ा जिसके बाद राज की यह चेतावनी आई है. संघ का कहना है कि सोमवार का विरोध कम ऑटो भाड़े को लेकर था और संघ यह सुनिश्चित करना चाहता है कि बढ़ोतरी इतनी हो कि चालक की कमाई 25000 रुपये मासिक हो जाए. हालांकि, विरोध का असली कारण चालकों के खिलाफ मीटर में छेड़छाड़ और किराए से इनकार को लेकर चलाया गया अभियान लगता है.
उत्तर भारतीय प्रवासियों पर अपने हमले को दोबारा तेज करते हुए राज ने कहा, ‘अनाचार में पकड़े गए 95 फीसदी रिक्शाचालक उत्तर प्रदेश और बिहार से हैं.’ उन्होंने कहा, ‘ऐसे सभी लोग दूसरे राज्यों से आए हैं. वे फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल कर मुंबई और ठाणे में रह रहे हैं. मेरी अपील मराठी ऑटोरिक्शा चालकों से है कि वे ऐसे लोगों के पक्ष में नहीं खड़े हों.’
उत्तर भारत के ऑटो और टैक्सी चालकों को निशाना बनाते हुए मनसे प्रमुख ने कहा कि वे जहां से आते हैं वहां की संस्कृति को मुंबई और महाराष्ट्र में भी फैलाना चाहते हैं. ऑटोरिक्शा-चालकों के समर्थन के लिए समाजवादी पार्टी के नेता अबु आसिम आजमी पर बरसते हुए राज ने कहा, ‘अबु उनका समर्थन इसलिए करते हैं क्योंकि वे उनकी जगह आजमगढ़ से आते हैं.’