ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका को तीन सप्ताह से अधिक समय से बंधक बनाकर रखने वाले नक्सलियों ने शनिवार को नई मांग रखी. नक्सलियों ने विधायक की रिहाई के बदले में चासी मुलिया आदिवासी संघ (सीएमएस) के सभी सदस्यों को छोड़ने की मांग की है. नक्सलियों ने इसके पहले 29 कैदियों को छोड़े जाने की मांग की थी. इन कैदियों में ज्यादातर सीएमएस के सदस्य हैं जो राज्य के दक्षिणी हिस्सों मलकानगिरी एवं कोरापुट जिलों में जनजाति से जुड़े मुद्दों के लिए काम करते हैं.
राज्य सरकार 25 कैदियों की रिहाई के लिए तैयार हुई है लेकिन नक्सलियों ने सरकार की इस पेशकश को ठुकरा दिया और हिकाका की किस्मत का फैसला 25 अप्रैल को जनता की अदालत में करने की घोषणा की.
अपनी मांग पर राज्य सरकार के रवैये पर नाराजगी जताते हुए नक्सली नेता दया ने एक बयान में कहा कि सरकार ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है जिससे कि एक समाधान पर पहुंचा जा सके.
तेलुगू में लिखे बयान में दया ने कहा, 'राज्य सरकार यदि विधायक को छुड़ाने में दिलचस्पी रखती है तो उसे पहले सीएमएएस के सभी सदस्यों को रिहा करना चाहिए.' नक्सली नेता का बयान कुछ पत्रकारों को मिला है.
नक्सली नेता के मुताबिक, 'हम सरकार की नीति एवं रवैये का विरोध करते हैं. कैदियों की रिहाई में सरकार द्वारा की गई देरी की भी हम निंदा करते हैं.