भूकंप, सुनामी के बाद अब न्यूक्लियर रेडिएशन झेल रही जपान की जनता के लिए यह सबसे कठिन घड़ी है. जापान में राहत एवं बचाव के काम में अपने हजारों कर्मियों और एक दर्जन से अधिक जहाजों को तैनात करने वाले अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने इस संकट को अब तक के सबसे बड़े प्राकृतिक और मानवनिर्मित आपदाओं में से एक बताया.
अमेरिकी प्रशांत कमान के कमांडर एडमिरल राबर्ट विलार्ड ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वर्तमान समय में जैसा कि हम समझते हैं हम अब तक के सबसे बड़ी प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं में से एक से जूझ रहे हैं.’’ इससे पहले पेंटागन के प्रवक्ता कर्नल दावे लापान ने बताया कि रक्षामंत्री राबर्ट गेट्स ने जापान के भूकंप और सुनामी पीड़ितों को मानवीय सहायता मुहैया कराने के लिये साढ़े तीन करोड़ डालर का आरंभिक कोष जारी किया है. यह विदेश मंत्रालय द्वारा दिये गये धन के अलावा है.
एडमिरल विलार्ड ने कहा, ‘‘रिक्टर पैमान पर नौ की तीव्रता वाला भूकंप और 10 मीटर की सुनामी, भूकंप के बाद कई झटके और उसके फलस्वरूप क्षतिग्रस्त परमाणु रियेक्टर से पूर्वोत्तर होंशु में एक बहुत मानवीय संकट खड़ा हो गया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि मानवीय सहायता और आपदा सहयता मुहैया करा रहे जापानी सुरक्षा बलों और उनको सहायता दे रहे अमेरिकी बलों के लिये यह कठिन घड़ी है.’’