अलकायदा के आतंकवादियों ने धमकी दी है कि अगर उनके सरगना ओसामा बिन लादेन को पकड़ा गया अथवा मारा गया तो वे पश्चिम में ‘परमाणु तबाही’ मचा देंगे.
चर्चित वेबसाइट विकीलीक्स की ओर से जारी गोपनीय दस्तोवेजों में कहा गया है कि अलकायदा के एक वरिष्ठ स्वयंभू कमांडर ने दावा किया है कि उसके संगठन ने यूरोप में एक परमाणु बम छिपा रखा है. अगर लादेन को पकड़ा गया अथवा मारा गया तो वे इसमें विस्फोट कर देंगे.
गुआंतानामो कारागार में 780 पकड़े गए लोगों की पृष्ठभूमि और पूछताछ के दौरान उनकी ओर से दिये बयान के आधार पर ये गोपनीय दस्तावेज तैयार किये गये हैं.
ये दस्तावेज यूरोप और अमेरिका के कुछ चुनिंदा स्थानों पर जारी किए गए हैं. इनमें खुलासा किया गया है कि 11 सितंबर, 2001 के हमले के दिन अलकायदा के कई खूंखार आतंकवादी पाकिस्तान के कराची शहर में मौजूद थे. इन आतंकवादियों ने कराची के एक घर से हमले की जीवंत तस्वीरें टेलीविजन के माध्यम से देखीं.
समाचार पत्र ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ के अनुसार, अमेरिका पर हमले के एक दिन बाद ही अलकायदा के कई खूंखार सदस्य अफगानिस्तान से रवाना हो गये थे ताकि वे लंबे समय के लिए युद्ध छेड़ सकें.
दस्तावेजों में कहा गया है कि हमले के चार दिन बाद लादेन ने कंधार प्रांत के एक अतिथिगृह का दौरा किया था. यहां उसने अपने समर्थक अरब लड़ाकों से कहा था कि वे अफगानिस्तान की ‘रक्षा’ के लिए तथा ‘अल्लाह के नाम पर’ लड़ें.
दस्तावेजों के मुताबिक, लादेन ने अफगानिस्तान में अपने समर्थकों को छिप जाने की सलाह दी और उनके बच्चों, पत्नियों एवं परिजनों से पाकिस्तान भाग जाने के लिए कहा गया था. इनमें अक्टूबर, 2001 में लादेन और तालिबान सरगना जलालुद्दीन हक्कानी के बीच हुई एक मुलाकात का भी जिक्र किया गया है. दस्तावेजों में कहा गया है कि अपने समर्थकों को लड़ने के आदेश देने के बाद लादेन और अयमन अल-जवाहिरी तोरा-बोरा की पहाड़ियों में चले गये थे.
गुआंतानामो के कैदियों के हवाले से तैयार गये इन दस्तावेजों में कहा गया है कि तोरा-बोरा में लादेन की खोज की गई. उसके बच निकलने की आशंका जताई गई है.