नोएडा के वर्ष 2008 के बहुचर्चित आरुषि तलवार और हेमराज हत्याकांड में सोमवार को आरुषि की मां नूपुर तलवार के गाजियाबाद में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की विशेष अदालत में आत्मसमर्पण करते ही उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
मंगलवार को नूपुर तलवार की नियमित जमानत पर फैसला होगा, जबकि आज उन्हें जेल में ही रात बितानी पड़ेगी. कोर्ट का फैसला सुनते ही नूपुर की आंखे भर आईं. गिरफ्तारी के फौरन बाद नूपुर ने जमानत की अर्जी दाखिल की, लेकिन सीबीआई ने उसका विरोध किया.
निर्देश के बावजूद दंतचिकित्सक नूपुर के गाजियाबाद की अदालत में पेश नहीं होने पर उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था. नूपुर और उनके दंत चिकित्सक पति राजेश तलवार जब सुबह करीब 10.15 बजे पहुंचे तो पुलिस वहां पहले से मौजूद थी.
नूपुर को पिछले दरवाजे से अदालत ले जाया गया. इससे पहले शुक्रवार को सर्वोच्च न्यायालय ने नूपुर को इस मामले की सुनवाई कर रही सीबीआई की विशेष अदालत में समर्पण करने का निर्देश दिया था.
न्यायमूर्ति ए.के. पटनायक की अध्यक्षता वाली सर्वोच्च न्यायालय की पीठ ने कहा कि वह निचली अदालत में समर्पण करने के बाद जमानत की अर्जी दाखिल कर सकती हैं और अदालत इस मामले को शीघ्र और योग्यता के आधार पर निपटा सकती है.
सर्वोच्च न्यायालय ने निर्देश देने के बाद नूपुर की याचिका पर सुनवाई अगले शुक्रवार के लिए स्थगित कर दी. नूपुर ने इस हत्याकांड के सिलसिले में उनके खिलाफ मुकदमा चलाने के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर की थी.
नूपुर एवं राजेश की 14 वर्षीय पुत्री आरुषि की हत्या मई 2008 में उनके नोएडा स्थित आवास में हो गई. इस हत्या के अगले दिन परिवार के नौकर हेमराज की लाश घर के छत से बरामद की गई. तलवार दम्पति इस मामले में आरोपी हैं. राजेश जमानत पर हैं.