दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादी ओसामा बिन लादेन की मौत हो गई. ओसामा बिन लादेन के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन को अमेरिकी एजेंसी सीआईए ने अंजाम दिया. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी ओसामा की मौत की पुष्टि कर दी है.
अमेरिका पर 11सितंबर, 2001 को हुए भीषण आतंकी हमले के लगभग दस साल बाद अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान के अबोटाबाद में अमेरिकी बलों के एक विशेष अभियान में सोमवार सुबह मारा गया.
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सोमवार सुबह लादेन (54) के मारे जाने की घोषणा की और व्हाइट हाउस के बाहर एकत्र हुई भीड़ ने ‘अमेरिका अमेरिका’ के नारे लगाए.
अभियान का ब्योरा देते हुए ओबामा ने कहा कि पिछले हफ्ते उन्होंने जोर देकर कहा था, ‘‘ओसामा बिन लादेन को न्याय के कठघरे में लाने के लिए कार्रवाई करने और अभियान चलाने के लिए हमारे पास पर्याप्त खुफिया जानकारी है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज, मेरे निर्देश पर, अमेरिका ने पाकिस्तान में अबोटाबाद के उस परिसर को लक्ष्य कर अभियान चलाया.’’ अबोटाबाद इस्लामाबाद के 150 किलोमीटर उत्तर में स्थित है.
ओबामा ने व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम से विश्व के नाम संबोधन में कहा, ‘‘मैं अमेरिकी लोगों और विश्व को बता सकता हूं कि अमेरिका ने एक अभियान चलाया जिसमें हजारों निर्दोष पुरुषों महिलाओं और बच्चों की मौत का जिम्मेदार अलकायदा नेता और आतंकवादी ओसामा बिन लादेन मारा गया.’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने जैसे ही लादेन के मारे जाने के बारे में घोषणा की वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के बाहर और न्यूयार्क में तुरंत जश्न शुरू हो गया, जहां दस साल पहले वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर के टॉवर पर हुए आतंकी हमले में तीन हजार से अधिक लोग मारे गए थे.
ओबामा ने कहा, ‘‘न्याय हो गया है.’’ उन्होंने कहा कि अमेरिकियों की एक छोटी टीम ने इस अभियान को अंजाम दिया. अभियान में कोई अमेरिकी घायल नहीं हुआ.
ओबामा ने कहा, ‘‘मुठभेड़ के बाद उन्होंने (अमेरिकी दल) ओसामा बिन लादेन को मार दिया और उसके शव को अपने कब्जे में ले लिया.’’
लादेन की मौत को युद्ध में ‘‘सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि’’ करार देते हुए ओबामा ने कहा, ‘‘हमें हर हाल में अपने यहां और विदेश में सतर्क रहना चाहिए और हम सतर्क रहेंगे.’’ अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन को निशाना बनाने के बाद लादेन का नाम दुनिया में सुखिर्यों में आ गया था. अमेरिका ने उसे ढूंढ़ निकालने के लिए अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों में जबर्दस्त अभियान छेड़ रखा था.
ओबामा ने कहा, ‘‘हम फिर यह दोहराते हैं कि अमेरिका इस्लाम के खिलाफ लड़ाई में शामिल नहीं है और न ही कभी इसमें शामिल होगा. बिन लादेन मुस्लिम नेता नहीं था. वह बहुत से मुसलमानों का हत्यारा था.’’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने अभियान खत्म होने के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से बात की और उनसे कहा कि यह दोनों देशों के लिए एक अच्छा और ऐतिहासिक दिन है.
उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह याद रखना चाहिए कि हम इन चीजों को सिर्फ धन और ताकत के बल पर नहीं कर सकते बल्कि अपने संकल्प के बलबूते पर कर सकते हैं.’’ आतंकी नेटवर्क अलकायदा की स्थापना करने वाला ओसामा बिन लादेन (54वर्ष) न्यूयार्क और वाशिंगटन में 11 सितंबर 2001 को हुए हमलों सहित कई आतंकी घटनाओं का मास्टरमाइंड था.
वह 1998 में अफ्रीका में अमेरिका के दो दूतावासों पर हुए बम हमलों और अक्तूबर 2000 में अदन के यमनी बंदरगाह पर यूएसएस कोल पर हुए हमले की घटनाओं में संदिग्ध था.
सउदी अरब से निष्कासित ओसामा बिन लादेन अफगानिस्तान के तालिबान शासन पर अमेरिका नीत हमले के बाद से ही भागता फिर रहा था. तालिबान ने ही लादेन को अफगानिस्तान में पनाह दी थी. अमेरिका नीत हमले में तालिबान के शासन का खात्मा हो गया था.
लादेन पूर्व में अमेरिका और अन्य बलों द्वारा अफगानिस्तान की तोरा बोरा पहाड़ियों सहित कई जगहों पर हुए हमलों में बच निकला था. बीते समय में ऐसी खबरें आती रहीं कि वह या तो मारा जा चुका है या फिर मधुमेह जैसी बीमारियों के चलते उसकी मौत हो गई होगी लेकिन फिर से उसके जिन्दा होने की खबर आ जाती.
ओसामा वीडियो और ऑडियो टेप भेजकर अमेरिकी तथा अन्य बलों का मजाक भी बनाता था और धमकी देता था कि अमेरिका तथा अन्य ठिकानों पर और अधिक हमले किए जाएंगे. सन 1957 में जन्मा लादेन सउदी अरब के सबसे धनी निर्माण उद्यमी का बेटा था.