अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत और अमेरिकी कंपनियों के बीच 10 अरब डालर (करीब 44,000 करोड रुपये) के सौदों की घोषणा की. इससे अमेरिका में 50,000 से नौकरियां पैदा होंगी.
ओबामा ने विश्वास जताया कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार भागीदारी 21वीं सदी की एक उल्लेखनीय भागीदारी होगी. पर उन्होंने यह भी कहा कि इस नयी भागीदारी के लिए भारत को व्यापार के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करना चाहिये, साथ ही उन्होंने अमेरिका के स्तर पर भी ऐसी ही कारवाई करने का भरोसा भी दिया.
अमेरिका से सीधे भारत की औद्योगिक राजधानी मुंबई में कदम रखने के बाद अमेरिका-भारत व्यावसायिक परिषद की बैठक को संबोधित करते हुये ओबामा ने कहा, ‘ऐसी कोई वजह दिखाई नहीं देती कि भारत हमारा सबसे बडा व्यापार भागीदार नहीं बन सकता, (वर्तमान में भारत का 12वां स्थान है), मुझे पक्का यकीन है कि अमेरिका और भारत के बीच रिश्ते 21वीं सदी की अहम् भागीदारी होगी.’
भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आज यहां पंहुचे अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा, ‘मेरे यहां पहुंचने से पहले ही कई महत्वपूर्ण सौदों पर हस्ताक्षर कर लिये गये. बोइंग दर्जनों विमान भारत को बेचेगा और जीई सैकडों इलेक्ट्रिक इंजन बेचेगी. करीब दस अरब डालर के इन सौदों से अमेरिका में 50,000 से अधिक नौकरियों के नए अवसर जुटेंगे.’
अमेरिका भारत व्यावसायिक परिषद की बैठक में ओबामा का संबोधन शुरु होने से पहले अनिल धीरु भाई अंबानी की रिलायंस पावर ने अमेरिकी कंपनी जीई से 2,400 मेगावाट के विद्युत संयंत्र के लिये उर्जा उपकरण सौदे की घोषणा की. इसके अलावा सस्ती बजट एअरलाइंस स्पाइसजेट ने बोइंग से नई पीढी के 33 नये 737 श्रेणी के विमान खरीदने के सौदे की घोषणा की.