अमेरिकी सेना में समलैंगिकों को खुले तौर पर अपनी सेवा देने से रोकने वाले ‘न पूछो, न बताओ’ नीति को खत्म करने की बात अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कही है.
वहीं अमेरिकी न्याय विभाग ने नीति के लागू होने पर संघीय न्यायाधीश द्वारा लगाई गयी रोक पर आपात स्थगन का आग्रह किया है.
यंग टाउन हॉल बैठक में ओबामा ने कहा कि हम इस नीति को खत्म करने की दिशा में आगे बढ रहे हैं. इसे व्यवस्थित ढंग से करना होगा क्योंकि फिलहाल हम युद्ध में भी शामिल हैं. यह
नीति खत्म होगी और मेरे कार्यकाल के भीतर खत्म होगी.
उन्होंने कहा कि मेरी जिम्मेदारी है कि मैं यह सुनिश्चित करूं कि मैं कुछ नियमों का पालन कर रहा हूं. मैं मौजूदा कानूनों की अनदेखी नहीं कर सकता. मुझे काम दिया गया है ताकि मैं उन्हें बदल सकूं.
हाल ही में एक जिला अदालत द्वारा इस नीति को असवैंधानिक करार देने के फैसले का हवाला देते हुए ओबामा ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जो सशस्त्र बलों की सेवा करना चाहता है और बलिदान देना चाहता है, उसे इस बात की अनुमति मिलनी चाहिए. उन्हें इस बात के लिए झूठ बोलने की आवश्यकता नहीं पड़नी चाहिए.