नई दिल्ली के एक पूर्व शीर्ष अमेरिकी कूटनीतिक का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के मुद्दे पर भारत की संवेदनशीलता को देखते हुए राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा एक बड़ा सकारात्मक परिणाम दे सकती है या फिर भारतीयों को निराशा हाथ लगेगी.
भारत में अमेरिका के राजदूत रह चुके रॉबर्ट ब्लैकविल ने संवाददाताओं से कहा, ‘क्या भारत में संसद को संबोधित करते वक्त राष्ट्रपति यह कहेंगे, ‘सुधार के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का अमेरिका समर्थन करता है.’
उन्होंने कहा, ‘अगर वह ऐसा करते हैं तो भारत और वहां के राष्ट्रीय सुरक्षा दायरे पर इसका बहुत ही अच्छा असर पड़ेगा. अगर ओबामा ऐसा नहीं करते हैं तो निश्चित रूप से भारतीय निराश होंगे.’
ब्लैकविल ने कहा, ‘या तो ओबामा की यात्रा बड़ा सकारात्मक परिणाम लाएगी या फिर निराश करेगी.’ उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद में देश की स्थायी सदस्यता के दावे को लेकर राष्ट्रपति के रूख पर भारतीय बेहद उत्सुकतापूर्वक नजर गड़ाए हुए हैं.