चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ ने कहा है कि भारत और चीन के अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए नत्थी वीजा से संबंधित मतभेदों को सुलझाने के लिए गहराई से विचार-विमर्श करना चाहिए.
विदेश सचिव निरूपमा राव ने संवाददाताओं को बताया कि वेन ने यहां प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अपनी मुलाकात में खुद ही इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि चीन भारत की चिंताओं को गंभीरता से लेता है.
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस मुद्दे को उठाते, उससे पहले प्रधानमंत्री (वेन) ने इस मुद्दे को उठाया.’’ राव ने सुझाव दिया कि दोनों देशों के अधिकारियों को इस मुद्दे को सुलझाने के लिए गहराई से विचार-विमर्श करना चाहिए.
इस मुद्दे पर जब गेंद चीन के पाले में होने की बात कही गयी, तो विदेश सचिव ने हामी भरते हुए कहा कि गेंद उनके ही पाले में रहनी है क्योंकि उन्हें ही यह करना है. चीन ने दो साल पहले जम्मू कश्मीर के लोगों को नत्थी किया हुआ वीजा जारी करना शुरू किया था. भारत इसे देश के शेष हिस्से के साथ प्रदेश की अखंडता पर सवाल खड़े किये जाने के तौर पर देखता है.