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पेट्रोल 3 रुपये हुआ महंगा, लोगों में गुस्सा

तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम तीन रुपये प्रति लीटर तक बढ़ा दिये हैं. कीमतें गुरुवार आधी रात से लागू हो जायेंगी. देखें क्या हैं बढ़ी कीमतें.

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पेट्रॉल की कीमतें बढ़ी
पेट्रॉल की कीमतें बढ़ी

पेट्रोलियम पदार्थों के मामले में स्थिति लगातार जटिल होती जा रही है. डालर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर दो साल के निचले स्तर तक चले जाने से तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम तीन रुपये प्रति लीटर तक बढ़ा दिये हैं. कीमतें गुरुवार आधी रात से लागू हो जायेंगी. देखें क्या हैं बढ़ी कीमतें.

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पेट्रोल की कीमतें बढ़ने की अटकले एक दिन पहले से ही लग रही थी. एक शीर्ष सरकारी अधिकारी के अनुसार, ‘पेट्रोलियम पदार्थों की बिक्री करने वाली कंपनियों को पेट्रोल के मौजूदा दाम पर 2.61 रुपये लीटर का नुकसान उठाना पड़ रहा है. कुल मिलाकर तीनों तेल कंपनियों को पेट्रोल पर रोजाना 15 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. स्थानीय कर आदि मिलाकर पेट्रोल के दाम तीन रुपये लीटर तक बढ़ाने पड़ सकते हैं.’

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सरकार ने पिछले साल जून में ही पेट्रोल के दाम को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर दिया था. कभी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने तो कभी डालर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर गिरने से तेल कंपनियों की लागत बढ़ती चली गई. इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम को इस साल अब तक केवल पेट्रोल की बिक्री पर 2,450 करोड़ रुपये की कमाई का नुकसान हो चुका है.

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पेट्रोल के दाम यदि मौजूदा स्तर पर बने रहे तो तेल कंपनियों को वर्ष की बाकी अवधि में 2,850 करोड़ रुपये का नुकसान और उठाना होगा. कुल मिलाकर वर्ष के दौरान 5,300 करोड़ रुपये का नुकसान केवल पेट्रोल की बिक्री पर होगा. अधिकारी ने कहा इस लिहाज से तेल कंपनियों को जल्द ही पेट्रोल के दाम बढ़ाने पड़ सकते हैं.

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डीजल, घरेलू रसोई गैस और केरोसिन पर भी तेल कंपनियों को दैनिक 263 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है. डीजल पर प्रति लीटर 6.05 रुपये, केरोसिन पर 23.25 रुपये और घरेलू एलपीजी पर 267 रुपये प्रतिसिलेंडर का नुकसान कंपनियों को हो रहा है. चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कंपनियों को करीब 65,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. कंपनियों की खरीद लागत ज्यादा है जबकि बिक्री मूल्य उससे कम है इससे पूरे साल में उन्हें 1,21,571 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है.

गौरतलब है कि पेट्रॉल की कीमतें मई के महीने में 5 रुपये बढ़ाई गई थीं. देखें क्या है महानगरों में बढ़ी कीमतें.

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