कई जानी मानी हस्तियों ने लोकपाल को कई शक्तियां देकर उसपर ज्यादा बोझ डालने की निंदा की और सुझाव दिया कि उसे बड़ी मछली को पकड़ने पर ध्यान देना चाहिए.
मुख्य सूचना आयुक्त सत्यानंद मिश्रा, मुखर सेवानिवृत न्यायाधीश ए पी शाह, सामाजिक कार्यकर्ता निखिल डे, उषा रामनाथन जैसी इन हस्तियों का आज लोकपाल विधेयक की संयुक्त प्रारूप समिति में समाज के सदस्यों-प्रशांत भूषण, अरविंद केजरीवाल के साथ आमना सामना हुआ.
मिश्रा, डे, रामनाथ और आरटीआई कार्यकर्ता शेखर सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार का खात्मा हो- इसपर कोई दो राय नहीं है, लेकिन वे लोकपाल विधेयक के मौजूदा स्वरूप से सहमत नहीं हो सकते जिसमें चपरासी से लेकर प्रधानमंत्री तक को शामिल किये जाने पर जोर डाला जा रहा है.
डे ने कहा, ‘बड़ी मछली को पकड़िए. उसे :लोकपाल: को उंचे पदों पर यानी बड़ी मछली पर ध्यान केंद्रित करने दीजिए.’