पश्चिम बंगाल के चावल उत्पादक जिले बर्दवान में कर्ज के बोझ और खराब फसल से निराश एक और किसान ने बुधवार को कथित रूप से आत्महत्या कर ली.
जिला मजिस्ट्रेट ओमकार सिंह मीणा ने बताया कि औसग्राम के पुरबाताती गांव के गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले 32 वर्षीय किसान गोसाई पात्रा ने फांसी लगा ली. उन्होंने बताया कि किसान कर्ज के बोझ में दबा था और जिले में सूखे की वजह से उसकी फसल खराब हो गई थी.