कांग्रेस, भाजपा सहित विरोधी पार्टियों पर बसपा को तोडने के लिये विभिन्न हथकंडे अपनाने और षडयंत्र करने का आरोप लगाते हुए उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री एवं बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि वे जब तक जिंदा रहेंगी, तब तक अपनी पार्टी को आगे बढा़ने के लिये विरोधियों से संघर्ष करती रहेंगी.
राजधानी भोपाल में चार राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ, राजस्थान और उडीसा के कार्यकर्ताओं के राज्य स्तरीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी को बदनाम करने और तोडने का प्रयास करने वाले विरोधी पार्टियों के हथकंडों एवं षड्यंत्रों के सामने वे आसानी से हार मानने वाली नहीं हैं और जब तक जिंदा रहेंगी तब तक वे पार्टी को आगे बढाने के लिये ऐसी पार्टियों से संघर्ष करती रहेंगी.
मायावती ने कार्यकर्ताओं से विरोधी पार्टियों द्वारा बसपा के प्रति फैलायी जाने वाली अफवाहों से सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि हमारे सिद्धांत किसी जाति धर्म के खिलाफ नहीं हैं और हम समता मूलक समाज की स्थापना करना चाहते हैं.
केन्द्र में कांग्रेस और भाजपा को आडे हाथों लेते हुए मायावती ने कहा कि केन्द्र में अधिकांश समय इन्हीं दोनों दलों की सरकारें रहीं हैं, लेकिन उनकी गलत नीतियों के कारण आज गरीबी और महंगाई बढी़ है, जिससे गरीब और मध्यम वर्ग प्रभावित हो रहा है.
मायावती ने कहा कि केन्द्र में कांग्रेस की सरकार के रहते गरीबी दूर नहीं हो सकती, क्योंकि यह सरकार पूंजीपतियों और धन्ना सेठों की मदद से बनती हैं और सरकार बनने के बाद धन्ना सेठों और पूजीपतियों की मदद के लिये ही आर्थिक नीतियां बनायी जातीं हैं जिससे गरीब और गरीब तथा अमीर और अमीर बनता जा रहा है.
भूमि अधिग्रहण के मामले में देश के विभिन्न भागों में किसानों द्वारा किये जाने वाले आंदोलनों के लिये केन्द्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए मायावती ने कहा कि भूमि अधिग्रहण को लेकर केन्द्र सरकार ने कोई राष्ट्रीय नीति नहीं बनायी है. उन्होने कहा कि उनकी पार्टी इस मामले को संसद में उठायेगी और सरकार को पूरे देश में एक समान नीति बनाने के लिये मजबूर करेगी.
देश में घोटालों और भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा कि केन्द्र सरकार ने विदेशी बैंकों में जमा काले धन को देश में वापस लाने के लिये भी कोई कदम नहीं उठाये हैं. उन्होने कहा कि यदि विदेशी बैंकों में जमा यह काला धन देश में वापस आ जाये तो गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले 50 प्रतिशत की लोगों की गरीबी हमेशा के लिये दूर हो जायेगी.
उत्तर प्रदेश सरकार की जनकल्याकारी नीतियों का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा कि यदि म.प्र., छत्तीसगढ राजस्थान और उडीसा में भी उत्तर प्रदेश के समान जनकल्याणाकरी नीतियां लागू करना है तो यहां भी बसपा को सत्ता में लाना होगा.
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की स्थिति ठीक नहीं हैं और नेता यदि मेहनत करें तो इन दोनो राज्यों में बसपा, भाजपा का विकल्प बन सकती है. उन्होंने कहा कि बसपा इन चारों राज्यों में सभी सीटों पर अकेले चुनाव लडेगी.