लोकसभा में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता बासुदेव आचार्य ने मंगलवार को कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में खुदरा कारोबार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का विरोध करना उनकी पार्टी की प्राथमिकता होगी.
आचार्य ने कहा, 'एफडीआई का विरोध हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.'
उन्होंने कहा कि वामपंथी दल 16 नवंबर को बैठक पर अपनी रणनीति तय करेंगे. पार्टी महंगाई के मुद्दे पर संसद में कार्य स्थगन प्रस्ताव भी लेकर आएगी.
आचार्य ने कहा कि पार्टी इसके अलावा कोयला ब्लॉक आवंटन में हुई गड़बड़ियों और रॉबर्ट वाड्रा मामला भी उठाएगी.
उन्होंने कहा कि एफडीआई का विरोध कर रही पार्टियों से भी माकपा संपर्क साधेगी. इसके अलावा सरकार के सहयोगी दलों से भी बातचीत की जाएगी.
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) ने भी एफडीआई के खिलाफ आवाज उठाई है. उनसे तो हम मिलेंगे ही.