बिहार में प्रौढ़ नागरिकों के लिए शुरू की गयी साक्षर भारत मिशन योजना पर असंतोषजनक जवाब मिलने पर विपक्ष ने राज्य सरकार को विधानसभा में घेरने का प्रयास किया और कार्यक्रम की विफलता का आरोप लगाया.
शिक्षा मंत्री प्रशांत कुमार शाही ने कहा कि साक्षर भारत मिशन योजना का संचालन केंद्र सरकार की मदद से होता है. यह राज्य में 31 मार्च 2012 तक जारी रहेगी. अरवल जिले को छोड़कर अन्य सभी जिलों में साक्षर भारत मिशन चलाया जा रहा है.
मंत्री के जवाब से अंसतुष्ट नेता प्रतिपक्ष अब्दुल बारी सिद्दिकी ने पूरक प्रश्न में जानना चाहा कि यह योजना राज्य के कितने प्रखंड में चल रही है, जिसका जवाब सरकार नहीं दे सकी. इसके बाद सिद्दिकी ने प्रश्न को स्थगित करने की मांग की. विपक्षी सदस्यों ने सरकार को घेरने का प्रयास किया और एक साथ कुछ कहने लगे.प्रश्नकर्ता भाजपा विधायक अवनीश कुमार सिंह ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि राज्य में साक्षर भारत मिशन राज्य में कहीं नहीं चलता है. सदन की समिति बनाकर जांच होनी चाहिए.शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘सितबर 2009 में साक्षर भारत मिशन भोजपुर, बेगूसराय और खगडिया जिले से शुरू किया गया था. यह बाद में अरवल छोड़कर सभी जिलों में लागू किया गया. इस योजना के तहत केंद्र से मिलने वाले राशि का उपयोग पंचायती राज संस्थाएं कर रही है और राज्य सरकार सिर्फ सुविधा प्रदाता है. राज्य सरकार ने निगरानी के लिए राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण का गठन किया है.’