आज दिल्ली की अदालत ये तय कर सकती है कि अरविंद केजरीवाल और योगगुरु रामदेव पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए या नहीं. दोनों पर सांसदों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप है. साथ ही अदालत से प्रशांत भूषण के खिलाफ भी देशद्रोह का मामला दर्ज किए जाने की मांग की गई है.
कानून के एक छात्र ने केजरीवाल और रामदेव पर सांसदों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया था और अदालत से मांग की थी कि पुलिस को इनके खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया जाए.
पिछली बार याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने 8 नवंबर तक फैसला सुरक्षित रख लिया था. अदालत से केजरीवाल और रामदेव के अलावा मशहूर वकील प्रशांत भूषण के खिलाफ भी देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की गई है.
प्रशांत भूषण पर जम्मू-कश्मीर में जनमत संग्रह कराए जाने के समर्थन के आरोप हैं. टीम अन्ना के सदस्य रहे प्रशांत भूषण पर घाटी से सेना की वापसी को लेकर टिप्पणी के भी आरोप हैं. अरविंद केजरीवाल, बाबा रामदेव और प्रशांत भूषण तीनों के खिलाफ तीन अलग-अलग शिकायतें की गई थीं, लेकिन तीनों के खिलाफ मामला देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने का था.